शिक्षाकर्मी-फेडरेशन के मनीष मिश्रा ने कहा – एकजुटता और सशक्त रणनीति से सहायक शिक्षकों को दिलाएंगे उनका हक़

Shri Mi
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रायपुर।प्रदेश में कार्यरत सहायक शिक्षको की चार सूत्रीय माँगो को पूरा कराने की प्रतिबद्धता दुहराते छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के नवनियुक्त प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने कहा है कि उनके सहित सभी प्रांतीय संयोजको के ऊपर 1लाख 9 हजार सहायक शिक्षको के माँगो का भार है।जिसके लिए जल्द ही प्रांतीय कार्यकारिणी का गठन करके इसमें सभी प्रान्तीय संयोजको को उनके कार्यकुशलता के आधार पर पदांकित करते हुए एकबार पुनः सरकार से मांग के लिए संघर्ष की आवाज बुलंद किया जायेगा।CGWALL.COM के WhatsApp GROUP से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे

             
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अध्यक्ष मनीष मिश्रा का कहना है कि उनके कंधों में बहुत बड़ी जुम्मेदारी है क्योंकि शासन अपने घोषणापत्र में माँगो को रखने के बावजूद इस वर्ष के मुख्य वार्षिक बजट में उसे पूरा नही किया जिससे सहायक शिक्षको में निराशा है पर हम निराश जरूर है नाउम्मीदी नही शीघ्र ही हमारा एक प्रान्तीय और जिला कमेटी पूरे लावलश्कर के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकत करेगा तथा चार सूत्रीय माँग के लिए ठोस आश्वासन लेकर ही रहेगा।

भले ही उसका क्रियान्वयन में शासन कुछ समय ले ले पर हमारे लोगो को विश्वास दिलाना होगा कि जल्द से जल्द मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल हमारी माँगो को पूरा करेंगे और जिस उत्साह और जोश से हमने नए सरकार का स्वागत किया है उसके अनुरूप हमे अधिकार मिलना चाहिए।
क्योकि छग का सहायक शिक्षक 23 सालों से चलता आया है ओ वर्षो से अपने समस्या के निदान के लिए तन,मन और धन से सँघर्ष करता आया है पर आज पर्यन्त तक उसे अपने संघर्ष का सार्थक परिणाम नही मिला अगर शासन हमे हमारे अधिकार अर्थात चार सूत्रीय माँग जिसमें वेतन विसंगति,क्रमोन्नति,वर्षबन्धन की समाप्ति और अनुकम्पा नियुक्ति दे देता है तो निश्चित है भूपेश बघेल के इच्छाओं के अनुरूप राज्य की प्राथमिकत शिक्षा को हम प्राथमिक शाला के शिक्षक नई ऊंचाइयों पर पहुचायेंगे और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता के लिए सक्षम बनाएंगे।

पर इसके लिए जरूरी है हमारी माँगो का पूरा होना,उम्मीद है माननीय मुख्यमंत्री और उनके मंत्री मण्डल के सदस्य हमें निराश नही करेंगे।

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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