रायपुर । बसपा विधायक केशव चंद्रा ( विधानसभा जैजैपुर ) ने शिक्षकर्मियो का संविलियन करने का मामला सदन में उठाते हुए कहा कि शिक्षाकर्मियों का इतना बड़ा आंदोलन हुआ । लेकिन बजट में ऐसे आंदोलन के ऊपर भी कोई विचार नही किया गया। इस प्रदेश के उन शिक्षको के ऊपर कोई विचार नही किया गया, जो सरकारी स्कूलों में आने वाली पीढ़ी का भविष्य निर्माण कर रहे हैं।
उन्होने विधानसभा में शून्य काल के दौरान मंगलवार को यह मामला उठाते हुए कहा कि इसी दल की सरकार ने मध्यप्रदेश में घोषणा की है कि हम मध्यप्रदेश में शिक्षाकर्मीयो का संविलियन करेंगे ।…..और छत्तीसगढ़ प्रदेश में तो सरकार हमेशा कहती है कि ये पहला प्रदेश है, जिसने इस योजना को लागू किया है।ये पहला प्रदेश है…… जो इस काम को कर रही है। आखिर आप उनसे प्रेरणा क्यो नही लेते ।जब मध्यप्रदेश ने सारे शिक्षाकर्मियो का संविलियन कर लिया तो आपके छत्तीसगढ़ प्रदेश में ऐसी कौन सी कमी है। विभआग के मंत्री वास्तव में गंभीर नही है शिक्षकर्मियो के प्रति….।शिक्षा के प्रति वह गंभीर नही है। शिक्षा कर्मी लगातार आये दिन आंदोलन कर रहे हैं और आंदोलन का परिणाम यह है कि उनको न्याय तो नही मिल रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा प्रताड़ित और सबसे ज्यादा दुखी और सबसे ज्यादा नुकसान हमारे बच्चों को हो रहा है। गांव के पढ़ने वाले हमारे उन बच्चों को गरीब मजदूर किसान के बच्चों को हो रहा है ………..। उन्होने कहा कि प्रदेश के जो शिक्षकर्मी है उनकी एकमात्र मांग संविलियन है ।आप उन संविलियन मांग को इसी बजट सत्र में पूरा करने का कष्ट करेंगे ।उक्ताशय की जानकारी विधायक मीडिया प्रभारी रमेश साहू ने दी ।