शिक्षा कर्मी वर्ग – तीन / सहायक शिक्षक एलबी में हताशा, अब भी हो रहे शोषण के शिकार

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वहीं दूसरी ओर सहायक शिक्षक वर्ग आज भी अपने प्रधान पाठक प्राथमिक शाला,क्रमोन्नति एवं वेतन विसंगति के लिए संघों एवं सरकार का मुंह ताक रहे हैं लेकिन मांग है कि एक भी पूरा नहीं होती नही दिख रही हैं।

इस संबंध में शिक्षक नेता एवं सहायक शिक्षक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रदीप पांडेय से चर्चा करने पर उन्होंने  कहा कि वर्ग 03/सहायक शिक्षक एलबी संवर्ग की भी सुध सरकार को लेना चाहिए।

विगत कुछ समय से प्रदेश में शिक्षा विभाग द्वारा जो भी आदेश निर्देश जारी हुए हैं उनमें  व्याख्याता वर्ग के लाभ एवं हितों की संरक्षण से संबंधित ही आदेश हुए हैं।सहायक शिक्षक एलबी संवर्ग/ वर्ग 03 के लिए अभी तक कोई अच्छा समाचार नही मिला सँख्या बल में प्रदेश में हमारी संख्या भी अधिक है व हमारी समस्या भी गंभीर है।

प्रदीप पांडेय ने बताया कि प्रदेश में शिक्षा के विकास के लिए एक बीज से नई पौध तैयार करना हो या संघ में आंदोलनों को सफलता चरम पर पहुंचना हो हम हमेशा आधार स्तंभ के रूप में खड़े नजर आते हैं हमरी उपयोगिता को कहीं भी कमतर नहीं आका जा सकता बावजूद इसके हम आज भी अपने वेतन विसंगति जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं।

प्रदेश में प्राथमिक शाला प्रधान पाठक के अधिकांश पद आज भी खाली पड़े हैं जिनमें हमारे ही साथी प्रभार में काम कर रहे हैं वह भी बिना किसी आर्थिक लाभ लिए हुए।

प्रदीप ने बताया कि वर्तमान में वर्ग तीन का शोषण हुआ जा रहा है। संविलियन से दूर रहने वाले लोग ..! संविलियन के बाद …वर्ग तीन का हक दिलाने के नाम पर  जो लोगो सोशल मीडिया सहित तमाम मीडिया में सुर्खियों में रहे है। उन्होंने ने अपनी जेब और राजनीति जम कर चमकाई है। आम सहायक शिक्षको के कई सीएल और रायपुर आने जाने में खर्च सैकडो रुपये खर्च कराए है। इनके बोल बच्चन  में वर्ग तीन की असल आवाज ही दब गई है.. वर्ग तीन का शिक्षक हताशा के दौर से गुजर रहा है।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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