शैलेश नितिन बोले -BJP की तरह जुमलेबाज नहीं कांग्रेस सरकार,सूची जारी कर अधूरे वादों की दिलाई याद

Shri Mi
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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की स्मरण यात्रा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि डेढ़ दशक 15 वर्ष तक सत्ता में रहने वाले लोग अब उस कांग्रेस सरकार को वादों का स्मरण दिलाने निकले हैं जिसे सत्ता में आये 10 दिन भी नहीं हुए हैं। जिस कांग्रेस सरकार को शपथग्रहण के बाद किसानों की कर्जमाफी में 10 दिन नहीं दस घंटे भी नहीं लगे। वादे निभाने वाली भूपेश बघेल, टी.एस. सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू की कांग्रेस सरकार को भाजपा द्वारा वादों का स्मरण दिलाना सिर्फ हाथ से सत्ता फिसलने की बौखलाहट है।(cgwall.com के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे)

एक बार जेण्डर बजट, एक बार परिणामी बजट, एक बार युवा बजट के साथ-साथ अलग कृषि बजट बनाकर गुमराह करने वाले रमन सिंह बतायें कि जनता ने उनको क्यों रिजेक्ट किया। भारतीय जनता पार्टी को चाहिए कि स्मरण यात्रा निकालने के पहले उन वादों का भी स्मरण कर ले जो उसने प्रदेश की जनता से 2003, 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव के समय की भारतीय जनता पार्टी हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध देने वाली जर्सी गाय, आदिवासी परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, 5 हॉर्स पावर पंपों को मुफ्त बिजली, एक-एक दाना धान की खरीद, 5 साल तक 300 रू. बोनस देने के वादों का स्मरण कर ले उसके बाद स्मरण यात्रा निकाले तो बेहतर होगा।

भाजपा की केंद्र सरकार ने भी सत्ता में आने के पहले 1500000 रू. प्रत्येक व्यक्ति के खाते में आने की बात कही थी, यह भी कहा था कि दो करोड़ रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे, एक सिर के बदले 10 सिर लाने की बात कही थी उन वादों का क्या हुआ?

भाजपा को हिसाब देना चाहिए? कांग्रेस की सरकार ने किसानों की कर्ज माफी करके अपने वादों को पूरा करने की शुरुआत कर दी है और यह सिलसिला लगातार जारी रहेगा। चाहे पत्रकार सुरक्षा कानून हो या किसानों के हित में फैसला हो, कांग्रेस की सरकार ने बेहद सकारात्मक पहल की।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता भाजपा से पूछती रही क्या हुआ तेरा वादा ??? कांग्रेस ने भाजपा से 2003, 2008 और 2013 में किये गये वादों की याद दिलाते हुये एक सूची जारी की है जिसमें-

धान 2100 रू. प्रति क्विं. समर्थन मूल्य और 5 साल तक 300 रू. प्रति क्वि. बोनस के वादे का क्या हुआ ?

किसान कर रहे आत्महत्या, किसानों के एक-एक दाना धान खरीदी करने के वायदे का क्या हुआ?

आपने सस्ती बिजली देने का वादा किया था, किसानों को मुफ्त बिजली देनी थी, क्या हुआ उस वादे का? बिजली तो कई गुना महंगी हो गई.

शिक्षाकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन, प्रेरक, पंचायत सचिव, लघु वेतन कर्मचारियों का संविलियन?

किसानों, बेरोजगारों, मजदूरों का पलायन व भूख से मौते – भय, भूख ना अत्याचार के नारे का क्या हुआ ?

बेरोजगारों को न रोजगार और ना ही बेरोजगारी भत्ता – रोजगार व भत्ते देने के वायदे का क्या हुआ ?

36 हजार करोड़ का नान एवं राशन कार्ड घोटाला, 10 हजार करोड़ का चिटफंड कम्पनी घोटाला, मुख्यमंत्री का कमीशनखोरी की स्वीकारोक्ति – भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन के वायदे का क्या हुआ?

बस्तर सहित पूरे प्रदेश में नक्सलवाद का फैलाव, पुलिस नक्सली मुठभेड़ के नाम पर मर रहे आदिवासी – नक्सली उन्मूलन के वायदे का क्या हुआ ?

झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं सहित 30 बेकसूरों की मौत, राजनैतिक साजिश – सीबीआई जांच के वायदे का क्या हुआ ?

27000 महिलाएं लापता, राज्य में हो रहे हर दिन छह बलात्कार, तो महिलाओं की सुरक्षा व संरक्षण देने के वायदे का क्या हुआ ?

महिलाओं की कोख उजाड़ना, नसबंदी कांड में 13 महिलाओं की मौत, 37.5 प्रतिशत महिलाएं कुपोषित, लिंगानुपात घट रहा है – क्या हुआ महिलाओं को सुरक्षा देने के वादे का?

अनुसूचित जाति व जनजाति पर हो रहे अत्याचार, हिरासत में मौतें- उनके संवैधानिक अधिकारों के सुरक्षा के वायदे का क्या हुआ ?

आदिवासियों, अजा एवं पिछड़े वर्ग के वनाधिकार का कानून (थ्त्।)  के पालन करने के वायदे का क्या हुआ ?

आदिवासियों व भूमि स्वामियों के अधिग्रहित भूमि पर उद्योग नही लगने पर वापस करने का कानून – भूमि अधिग्रहण कानून के प्रावधान को पूरा करने के वायदे का क्या हुआ ?

प्रति परिवार 35 किलो चावल से घटा कर 7 किलो चावल प्रति व्यक्ति करना, पात्र परिवारों के राशन कार्ड निरस्त करने से गरीबों की हो रही भूख से मौत- खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के वायदे का क्या हुआ ?

सरकार का स्वयं शराब ठेकेदार बन शराब बेचना, 15 सौ करोड़ अवैध कमीशन वसूलना – प्रदेश में क्रमशः शराबबंदी के वायदे का क्या हुआ ?

रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में 150 दिन रोजगार देने का कानून, अकाल पड़ने पर प्रदेश में 200 दिनों का रोजगार का वायदा किसान कर रहे पलायन, मजदूरी का भुगतान नही – क्या हुआ तेरा वायदा ?

अंखफोड़वा कांड जारी है, किडनी रोग से प्रदेश में हो रही रोज मौतें, प्रदेश के सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल – स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के वायदे का क्या हुआ ?

प्रदेश के 3000 हजार स्कूल बंद, 54 हजार शिक्षकों के पद रिक्त, बार-बार शिक्षा सत्र व शिक्षा नीति में बदलाव – शिक्षा के अधिकार के वायदे का क्या हुआ?

भाजपा व आरएसएस नेताओं के संरक्षण में सरकारी गौशाला में सैकड़ों गायों का वध व गौ मांस का व्यवसाय – गौ माता की सुरक्षा एवं सेवा के वायदे का क्या हुआ ?

प्रत्येक वर्ष कालेज में प्रवेश करने वाले छात्र/छात्राओं को लेपटाप/टेबलेट का वितरण, नौकरी दिलाने का सब्जबाग-युवा बजट पेश कर युवाओं के सपनो को पूरा करने के वायदे का क्या हुआ ?

औद्योगिक विकास का वायदा, पुनर्वास नीति का प्रदेश में उल्लंघन – पुनर्वास नीति के पालन कराने के वायदे का क्या हुआ ?

रेत, मुरूम, गौंण खनिज का अवैध उत्खनन, नदी नालों को बेच दिया – प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के वायदे का क्या हुआ ?

आदिवासियों को उद्योगपतियों द्वारा किए जाने वाले लूट को आसान बनाने भू-राजस्व संहिता में संशोधन कर आदिवासियों के जमीन को हड़पने का किया प्रयास – ’’पेसा कानून’’ आदिवासियों के संरक्षण के वायदे का क्या हुआ ?

पंचायतों के अधिकार छीन लिए यहां तक कि विकास के पैसों को भी नहीं छोड़ा और मोबाइल टॉवर के नाम पर खाते से पैसे निकाल लिए – पंचायतों को मजबूत करने के वादों का क्या हुआ?

भाजपा ने छत्तीसगढ़ को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने का वादा किया था – उस वायदे का क्या हुआ?

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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