मुंगेली ( आकाश दत्त मिश्रा)। भारत सरकार की स्वच्छ भारत योजना के तहत बनने वाले शौचालयों में मुंगेली जिले के जरहगांव पंचायत में भ्र्ष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। जरहगांव पंचायत में योजना के तहत बनाये जाने वाले शौचालयों में 135 शौचालय फर्जी पाए गए ,।मतलब 135 शौचालयों का निर्माण किया ही नही गया है और उन शौचालयों का भुगतान पंचायत के सरपंच और सचिव को दिया जा चुका है। इलाके के ग्रामीणों के द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जांच शुरू की गई। जिसमे जनपद के अधिकारियों ने अपनी कलई बचाने की फिराक में कई अलग अलग सूचियां बनाई ।इन सब के बाद भी अंतिम जारी सूची में 17 शौचालय फर्जी पाए गए। यानी बनाये ही नही गए ।
स्वच्छ भारत मिशन की शौचालय योजना की इस नोच खसोट को देखते हुए शासन ने जरहगांव पुलिस को सरपंच और सचिव के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया ।जिसपर धारा 420 के तहत FIR दर्ज कर ली गयी। हर मामले की तरह इस मामले के भी पुलिस ने जुर्म दर्ज करके अपनी औपचारिकता पूरी तो कर दी । लेकिन आगे की कार्यवाही राम भरोसे छोड़ दी। फलस्वरूप आरोपी उसी इलाके में आराम से घूम रहे ।वही दूसरी तरफ शौचालय की मलाई साथ चाटने वाले जनपद के वे अधिकारी जो अभी भी पर्दे के पीछे की भूमिका में बने हुए है । वे एक बार फिर राहत की सांस ले रहे है कि हम इस मामले में दूर तक शामिल नही।
मुंगेली वही जिला है जिसे सबसे पहले ODF घोषित किया गया था ।इसी जिले में 17 फर्जी शौचालय के आंकड़े को यदि सही मान भी लिया जाए तो सवाल ये उठता है कि इन्हें बिना शौचालय निर्माण किये भुगतान कैसे हो गया और किनके द्वारा किया गया।जरहगांव थाने में दर्ज मामले में वे अधिकारी क्यो शामिल नही जिन्होंने बिना मौके पर जांच किये भुगतान कर दिया । जरहगांव पंचायत से उजागर हुए इस मामले की तह तक जाकर जांच करने की आवश्यकता है ।सरपंच और सचिव पर कार्यवाही कर खानापूर्ति करने की बजाय , इस मामले से सम्बंधित जनपद के अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए और तत्काल गिरफ्तारी भी होनी चाहिए। ऐसी उम्मीद की जा रही ।