बिलासपुर—बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने और आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं को बेहतर प्रभावशाली बनाने के लिए आज से आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम 13 जनवरी तक चलेगा। जिले में अभियान का औपचारिक शुभारंभ पं. देवकीनंदन दीक्षित सभागृह में किया गया। इस अवसर पर संभागायुक्त सोनमणि बोरा पहले बाल मित्र बनाए गए। वोरा ने एकीकृत बाल विकास परियोजना बिल्हा की बेबी मानसी को गोद लिया। कलेक्टर अन्बलगन पी. बिलासपुर परियोजना की बेबी सन्जना के बाल मित्र बने। महापौर किशोर राय सीपत की बेबी सोनाक्षी यादव के बाल मित्र बने।
इसी तरह बेनी गुप्ता, जे.पी. मौर्य,आयुक्त रानू साहू,पार्षद राजेश मिश्रा भी बच्चों के मित्र बने। सभी बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग ने सुपोषण किट प्रदान किया। इन बच्चों में कुपोषण दूर करने की जवाबदारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ली ।
मालूम हो कि आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान के तहत् स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, सक्षम समूहों और संस्थाओं ने आंगनबाड़ी केन्द्रों और 06 माह से 05 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को गोद लिया जायेगा। गोद लिये गये बच्चे में से अति गंभीर कुपोषित बच्चों को आवश्यकतानुसार एनआरसी सेन्टर से लाभ दिलाया जायेगा। परिवार के सदस्यों को कुपोषण के कारणों को दूर करने के परामर्श और आंगनबाड़ी केन्द्रों से मिलने वाली सभी सेवाओं के लिए जागरूक किया जायेगा।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गोद लिये हुए कुपोषित बच्चों के प्रत्येक दो माह में ग्राम पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी मित्रों, बाल मित्रों एवं कुपोषित बच्चों के परिवारों का मिलन समारोह आयोजित कर परिणामों की समीक्षा करेंगे। बेहतर परिणाम की तैयार करेंगे। छह माह में बेहतर परिणाम देने वाले आंगनबाड़ी मित्रों और बाल मित्रों को सम्मानित किया जाएगा।