संविलयन से वंचित शिक्षाकर्मियों को अब तक नहीं मिली तनख्वाह, बिना वेतन के मनेगा होली का त्यौहार

Shri Mi
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बिलासपुर।छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक शिव सारथी ने मांग की है कि होली त्यौहार के पूर्व अनिवार्य रूप से पँचायत संवर्गो के शिक्षको का वेतन भुगतान हो जाए।जिससे वे होली त्योहार मना सके।शिव सारथी ने प्रेस नोट जारी कर विस्तार से बताया कि राज्य भर में लगभग 48 हजार शिक्षक पँचायत संवर्ग है।जो 8 साल के वर्ष बन्धन के मार के चलते संविलियन से वंचित है। जिनमें से 90%शिक्षक जनवरी माह में 8 साल की सेवा अवधि पूरा कर लिए है।.सीजीवालडॉटकॉम के WhatsApp ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे

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पर शासन की नीति सिर्फ 1 जनवरी या 1जुलाई को ही संविलियन की प्रकिया किया जाएगा के चलते संविलियन से वंचित रह गए और पंचायती में फस गए।शिव ने कहा कि मतलब फंड आएगा तो शिक्षको के घरों मे चुल्हा जलेगा वरना जीवन का सबसे जरूरी काम भोजन व्यवस्था भी बनिये जी के उधार के राशन के सहारे ही चलेगा।

राशन तो ठीक है जैसे तैसे चल जायेगा पर अगर बात तीज त्यौहार का हो तो घोर समस्या हो जाता है और त्यौहार भी ऐसा जिसे भारतीय सभ्यता में रंगों का माना जाए जो मानव जीवन में सात रंगों से सराबोर हो भाई चारे और एकता का प्रतीक हो घर के बच्चों के हर्ष उमंग है।जो उनकी मासूमियत खुशी भरी किलकारियों का हो और यही त्यौहार बिना वेतन के बदरंग हो जाये और प्रशासन को कोई परवाह न हो तो दुख दोहरा हो जाता है।

यह हाल है प्रदेश के 48 हजार नानसंविलियन शिक्षक पँचायत संवर्गो का जिन्हें आज मार्च माह के 17 तारीख तक तनखाह नही मिला है और हाथ तंग हैं।बच्चे रगों का गुहार लगा रहे हैं कि पापा रंग पिचकारी कब लाएंगे और पापा हैं कि सरकार पर आस लगाए बैठा है कि सरकार इस रंगों के त्यौहार को बदरंग नही करेगा और वेतन होली त्यौहार के पूर्व दे देगा ताकि घर के मासूम पड़ोस के मुँह ताकने से बच जाए और अपने पापा की कमाई से अपने मासूम दोस्तो को रंगों से सराबोर करते किलकारिओ का स्वर घर आंगन में बिखेर दे।

क्या ये सम्भव हैं!! सरकार यह पुकार हैं छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांत संयोजक शिव सारथी का जो खुद नान संविलियन सहायक शिक्षक हैं और अपने सहित अपने 48 हजार भाई बहनों की पीड़ा इस न्यूज के सहारे सरकार को पहुचा रहा है और क्यो न पहुचाये दिन में सैकड़ो शिक्षक साथियो का फोन जो आता है और बड़े उम्मीद से पूछते हैं ।

सारथी सर वेतन त्यौहार के पहले आ तो जायेगा न बच्चों को निराश तो नही होना पड़ेगा न सच मानो ये सुनते ही जान हलक में आ जाता है मन पीड़ा से भर जाता है और दिल कह उठता है कैसे कहे लोगो को की हम ही हैं राष्ट्र के निर्माता जो अपने ही घरों के खुशियो का निर्माण नही कर पा रहे है जरा गौर करे सरकार यह गुहार किसी कर्मचारी संघ के नेता का नही है बल्कि एक बच्चे के पिता का है एक शिक्षको के सच्चे हितैषी साथी का जो आप से माँग करता है कि plz? ये एक बरस का रंग न हो जाये बदरंग हमारे बच्चों की होली न हो साहेब बेरंग मान भी जाओ साहेब बहुत थोड़े से की बात है बिल राज्य से पास कर दो ताकि हम भी अपने परिवार के साथ मना सके होली और बोल सके बुरा न मानो होली हैं।स्पष्ट माँग होली त्यौहार के पूर्व अनिवार्य रूप से हो पँचायत संवर्गो के शिक्षको का वेतन भुगतान।

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By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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