सदन में चाटापारा एनीकट की गूंज.. शैलेष पाण्डेय और कोटा विधायक रेणु जोगी ने उठाया मुद्दा..जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने दिया जांच का आदेश

BHASKAR MISHRA
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 बिलासपुर—-सदन में बेलगहना स्थित अरपाभैंसाझार प्रोजेक्ट पर बनाए गए चाटापारा एनीकट का मुद्दा विधानसभा में पुरजोर तरीके से उठा। बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय और कोटा विधायक रेणु जोगी ने मामले को उठाया। दोनों नेताओं ने एनीकट की स्थिति और निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर सवाल दागा। सवाल के जवाब में जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने एनीकट निर्माण कार्य में ईई से जांच कराने का एलान किया। बताते चलें कि मामले को दोनों विधायकों ने ध्यानाकर्षण समय में सदन के सामने रखा।

                      बताते चलें कि अरपा भैंसाझार चाटापारा एनीकट को पेश किए जाने से पहले सदन में कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने गरियाबंद जिले में जल संसाधन विभाग के पीस वर्क का मुद्दा उठाया। उन्होने कहा कि सवा चार करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों को पीस वर्क के जरिए कराया गया है। इसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है। मामले में जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन को आश्वासन दिया कि मामले का परीक्षण कराएंगे। रोप सही पाए जाने पर जिम्मेदार दोषी अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। मंत्री ने बताया कि बड़े कार्यों पीस वर्क का प्रावधान नहीं है।
 
                 विधायक देवव्रत सिंह ने प्रदेश के जलाशयों में मछली पालन के मुद्दें को रखा। उन्होने कहा कि मछुआ सहकारी समितियों को तालाब आवंटन में भारी गड़बड़ी हुई है। विधायक दलेश्वर साहू, छन्नी साहू और अन्य सदस्यों ने भी आवंटन को लेकर मामले को पुरजोर तरीके से पेश किया। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत को कहना पड़ा कि समुचे प्रदेश में इस तरह की गड़बड़ियां सुनने को मिल रही है। उन्होने मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री को जांच कराने को कहा।
       
                इसके बाद जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने मामले में उप सचिव स्तर के अधिकारी से मामलों की जांच कराने की बात कही।
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