बिलासपुर— एसईसीएल इंदिरा विहार स्थित मानव संसाधन विकास भवन में सतर्कता एवं विभागीय जाॅंच’’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य सतर्कता अधिकारी जी. जर्नादन वाह्य प्रशिक्षक पूर्व निदेशक मुख्य सतर्कता आयोग आर.सी. अरोरा, डी. के. चन्द्राकर महाप्रबंधक सतर्कता की उपस्थिति में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गयी। इस दौरान एसईसीएल मुख्यालय समेत सभी क्षेत्रों के 70 विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
कार्यशाला में उपस्थित अधिकारीगणों से पूर्व निदेशक मुख्य सतर्कता आयोग आर.सी. अरोरा ने अपने अनुभवों को साझा किया। इन्क्वायरी प्रोसिजर, मेजर पेनाल्टी, माइनर पेनाल्टी, सीडीए रूल्स, स्टेडिंग आर्डर जैसे विभिन्न विषयों को विस्तार के साथ सबके सामने रखा।
मुख्य सतर्कता अधिकारी जी. जनार्दन ने उपस्थित लोगों से कहा कि किसी भी कार्य को नियमानुसार सम्पादित करने में न केवल कार्य का स्तर बरकरार रहता है बल्कि उसमें पारदर्शिता भी रहती है। भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम होने के नाते हमें हमेशा देशहित को ध्यान में रखकर समर्पण भाव के साथ कार्य करना चाहिए।
मालूम हो कि एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विषय पर मई माह में 10 कार्यशालाओं का आयोजन किया जा चुका है। कम्पनी के लगभग 700 अधिकारियों ने विभिन्न कार्यशालाओं में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया । सभी कार्यशालाएॅं विभागीय जाॅंच समय से पूरी करने और सतर्कता जागरूकता बढ़ाने की दिशा में अत्यधिक उपयोगी हैं।
इस अवसर पर मंचस्थ अतिथियों ने प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं को ना केवल शांत किया बल्कि सभी सवालों का जवाब विस्तार के साथ दिया। कार्यशाला का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक/सतर्कता पी. मोहन्ती ने किया।