सरकंडा चटर्जी गली नदी किनारे के लोगों ने मकान हटाने की मोहलत देने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

Shri Mi
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बिलासपुर-बिलासपुर स्मार्ट सिटी द्वारा प्रस्तावित अरपा प्रोजेक्ट की जद में अरपा पार सरकंडा के नदी किनारे बने मकान भी आ रहें हैं,हाँलाकि यहाँ अतिक्रमण तिलक नगर जैसा नहीं है. अरपा पार के सभी मकान और भूमि निजी है,जिसके लगभग सभी मकानों के सिर्फ 5 से 10 फीट तक के हिस्से ही अवैध है जो नदी की तरफ़ है। यहां के रहवासी अपनी भूमि से अतिक्रमण खुद से हटाने के लिए तैयार है पर सामने बारिश को देखते हुए नदी का पानी घरों में घुसने का खतरा है,इसके लिए चटर्जी गली के रहवासी वार्ड पार्षद सीमा राजेश दुसेजा के नेतृत्व में कलेक्टोरेट पहुंचे जहां कलेक्टर की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर बारिश तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करने और विस्थापितों को मकान के लिए ज्ञापन सौंपा। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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पार्षद सीमा राजेश दुसेजा ने बताया की इससे पूर्व अतिरिक्त तहसीलदार के द्वारा कारण बताओं नोटिस के जवाब में चटर्जी गली के रहवासी 8 जून को अपने जवाब में अतिक्रमण वाले हिस्से को स्वयं के खर्चे से हटा लेने का जवाब प्रस्तुत कर चुकें है और साथ में बारिश तक के लिए समय की भी मांग की है। पार्षद ने बताया की वार्ड 61 के चटर्जी गली के लगभग 50-60 मकान जिनका नदी की तरफ के 5 से 10 फीट तक के अवैध हिस्से में सभी की बाउंड्रीवाल है बनी हुई,अभी खुद से भी तोड़ देने के बावजूद हर कोई तुरंत नया बाउंड्रीवाल बनाने की स्थिति में नहीं है,ऐसे हालात में सामने बारिश है और नदी में दो से तीन महीने लबालब पानी भरे रहता है

इसके साथ ही भैंसाझार डेम से भी पानी छोड़ा जा रहा है और पहले के अनुभव तो बाढ़ के भी हैं.इस स्थिति में पीछे का हिस्सा टूट जाने से नदी में जब पानी आएगा तो वो इन घरों के अंदर प्रवेश कर जाएगा,जिससे जन हानि की संभावना है। ऐसी विषम परिस्थिति में हम प्रशासन से मांग करते हैं की हमें बारिश तक का समय दिया जाए,बारिश के बाद रहवासी स्वयं के खर्चे से अपना अतिक्रमण हटा लेंगे।

विस्थापन की भी मांग
मोहल्ले वासियों के साथ सौंपे ज्ञापन में पार्षद सीमा राजेश दुसेजा ने बताया की कुछ लोगों का पूरा मकान टूट रहा है ऐसे लोगों को हटाने के पहले प्रशासन को पहले इनका विस्थापन करना चाहिए,इनके रहने खाने की समुचित व्यवस्था करते हुए मकान आबंटित करें,उसके बाद अतिक्रमण हटाया जाएं.इसके लिए आयुक्त को भी ज्ञापन सौंपा गया है।

नदी का पानी और सांप-बिच्छू का खतरा
अरपा पार की तरफ़ जिन मकानों का 5-10 फीट हिस्सा तोड़ा जाना है उसमें अधिकतर नदी की ओर बाउंड्रीवाल बना हुआ,अभी टूट जाने से कुछ दिनों में नदी में जब पानी आएगा तो पानी घरों के अंदर प्रवेश कर जाएगा और बाउंड्रीवाल नहीं होने से नदी के सांप-बिच्छु जैसे बरसाती जीव-जंतुओं का भी घरों के अंदर प्रवेश करने का खतरा रहेगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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