♦कलेक्टर एसपी कान्फ्रेंस मे बेहतर तालमेल के साथ कम करने पर सीएम ने दिया ज़ोर
रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रालय में जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की राज्य स्तरीय संयुक्त बैठक (कलेक्टर-एस.पी.) हुई।बैठक मे मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिलों में बेहतर प्रशासन के लिए कलेक्टर और एस.पी. दोनों में समन्वय आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने संयुक्त बैठक में सभी कलेक्टरों को जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन नियमित रूप से करने के निर्देश दिए।सीएम ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि समाज में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है।सीएम ने कहा कि पुलिस की भूमिका ऐसी होनी चाहिए, जिसमें पीड़ितों के प्रति उसकी संवेदना झलके और अपराधियों में पुलिस वर्दी का खौफ दिखे।
जिलों में जुआ, सटटा, शराब के अवैध कारोबार, नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री और तस्करी आदि आपराधिक गतिविधियों को पनपने से रोकने के लिए पुलिस को अधिक से अधिक सतर्कता बरतनी होगी और अधिक चौकस रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तमाम चुनौतियों के बीच पुलिस अधिकारी और कर्मचारी बड़ी बहादुरी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में मानव अधिकारों की रक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी।
कोई भी व्यक्ति चाहे वह पुलिस ही क्यो न हो, अगर नियम-कानूनों को तोड़ेगा तो सरकार उसे बर्दाश्त नहीं करेगी। डॉ. सिंह ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को जन-प्रतिनिधियों के साथ अच्छा व्यवहार करने की भी नसीहत दी। उन्हांेने कहा कि चाहे सरपंच हो या विधायक या सांसद सभी जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों को व्यवहार सम्मानजनक होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबका लक्ष्य राज्य और देश का विकास है। विकास कार्यक्रमों और जन-कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ जनता तक पहुंचाने के लिए शांतिपूर्ण वातावरण के साथ शासन-प्रशासन के सभी विभागों में बेहतर समन्वय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की पूर्वानुमान क्षमता और घटनाओं के दौरान रिस्पांस टाइम बहुत जरूरी है। घटनाओं और विभिन्न संवेदनशील मामलों में जिला प्रशासन को भी तत्परता से रिस्पांस करना होगा।