सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के सामने मांगेगे भीख…शिक्षाकर्मी नेताओं ने कहा…अब घर चलाना हुआ मुश्किल

BHASKAR MISHRA
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रायपुर—  संयुक्त शिक्षाकर्मी संगठन ने कटोरा लेकर रायपुर की सड़कों पर भीख मांगने का फैसला किया है। शिक्षाकर्मी संघ नेताओं ने बताया कि दिसम्बर 2017 से जनवरी 2018 का वेतन नहीं मिलने से घर परिवार को चलाना मुश्किल हो गया है। घर से दूर नौकरी करने के कारण राशन पानी का खर्च और घर किराए देने के लिए जेब में एक धेला भी नहीं है। दिनों दिन परेशानियां बढ़ गयी है। इसलिए सभी शिक्षाकर्मी साथियों ने मिलकर रायपुर स्थित सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के सामने सड़क से आने जाने वालों के सामने भीख मांगने का फैसला किया है।

             
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            संयुक्त शिक्षाकर्मी संगठन के नेता केदार जैन, ओमप्रकाश बघेल, अर्जुन रत्नाकर, उप प्रांताध्यक्ष,ममता खालसा ने बताया कि पिछले तीन महीेने से वेतन नहीं मिला है। जिसके कारण घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। ज्यादातर शिक्षाकर्मी साथी अपने घर से दूर पठन पाठन का काम कर रहे हैं। हर महीने राशन दुकान और मकान का किराए देना होता है। लेकिन वेतन नहीं मिलने से शर्मिन्दा होना पड़ रहा है।

                          केदार जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने विधानसभा में एलान किया था कि शिक्षाकर्मियों को महीने की पांच तारीख तक वेतन भुगतान कर दिया जाएगा। आज तक एलान पर अमल नहीं किया गया। जिसके कारण शिक्षाकर्मियों की परेशानी दिनों दिन बढ़ती ज रही है। भीख मांगने को मजबूर होना पड़ रहा है।

              प्रदेश के सभी शिक्षाकर्मी साथियों से शिक्षाकर्मी नेता केदार जैन ने अपील की है। न्याय के लिए गुहार लगाने रायपुर पहुंचे। यदि रायपुर पहुंचने है तो स्थानीय स्तर पर ही भीख मांगे। केदार जैन के अनसुार गुरूवार दोपहर करीब 12  सभी शिक्षाकर्मी साथी रायपुर स्थित सर्व शिक्षा अभियान के सामने कटोरा लेकर भीख मांगेगे। सरकार से भी न्याय की गुहार लगाएंगे।

                    केदार जैन ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार शासन से अभी तक राशि का आबंटन नहीं हुआ है। जिसके कारण राज्य के सभी शिक्षकों का वेतन भुगतान में देरी हो रही है। इधर शिक्षकों का परिवार  भूखों मरने को मजबूर है।  घर चलाने के लिए पैसे नहीं है। सब्जी-भाजी, दाल-चांवल और किराने की उधारी बढ़ती जा रही है। लोगों ने अब उधारी भी देना बंद कर दिया है। मकान मालिक किराए के लिए रोज तकादा करता है।

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