बिलासपुर–छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में स्टाफ भर्ती के दौरान भारी गड़बड़ी के खिलाफ सिम्स कर्मचारियों और पीड़ितों ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दल ने भी समर्थन किया है।
उपस्थित प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सिम्स भर्ती फर्जीवाड़ा की शिकायत पत्र के जरिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,राज्यपाल,मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव समेत कलेक्टर से कई बार की गयी है । बावजूद इसके आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। धरने पर बैठे सिम्स के निष्कासित कर्मचारियों ने बताया कि 14 से 15 साल तक संविदा पर काम करवाने के बाद ठेका कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
सिम्स से निष्कासित कर्मियों ने मांग की है कि फर्जीवाड़ा की जांच के साथ ही पुराने संविदा कर्मियों को रखा जाए। जिस काम को हमने पिछले पन्द्रह साल से किया है उसी काम के लिए नई नियुक्तियां की गयी है। पुराने संविदा कर्मियों से अधिकारियों से रूपए नहीं मिलता इसलिए नई भर्तियां कर आवेदकों से लाखों रूपए की वसूली की गयी है।
इसके पहले जिला कलेक्टर ने शिकायत के बाद जांच का आदेश दिया था। बावजूद इसके अभी तक जांच नहीं की गयी है। संविदा कर्मियों ने बताया कि सिम्स भर्ती फर्जीवाड़ा में सिम्स का स्टाफ और कुछ बड़े अधिकारी शामिल हैं। यदि इसकी जांच की जाए तो कई बड़े चेहरे भी सामने आ जाएंगे। साथ ही उन्होंने निकाले गए संविदाकर्मियों को बहाल करने की भी मांग की है।