बिलासपुर—- केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर सोमवार को पूर्व कबीना मंत्री अमर अग्रवाल ने भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत की। पूर्व मंंत्री ने इस दौरान केंद्र की आर्थिक नीतियों को सबके सामने रखा। विपक्ष और सोशल मीडिया पर मंदी की बात को निराधार बताया। अमर अग्रवाल ने इस दौरान मोदी सरकार के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की परिकल्पना को भी सबके सामने रखा।
हासिल करेंगे लक्ष्य
पत्रवार्ता में अमर अग्रवाल ने बताया कि आज़ादी के बाद पहली बार 2014 से भारत की अर्थव्यवस्था में गति देखने को मिली है। एक समय भारत की अर्थव्यवस्था 2 ट्रिलियन डॉलर थी। लेकिन 2014 से 2019 के बीच अर्थव्यवस्था में 1 ट्रिलियन की बढ़ोतरी हुई है। अब दिन दूर नहींं कि हमारी अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन डॉलर पहुंच जाएगी। मोदी सरकार ने 5 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है। अमर अग्रवाल ने पत्रकारों को निर्माण, उद्योग, कृषि इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
बैंकों का मर्ज उचित…
सवाल जवाब के दौरान अमर अग्रवाल ने 12 बैंकों के विलय कर चार बैंक बनाए जाने की वकालत की। उन्होने बताया कि ऐसा करने से बीमार बैंकों से छुटकारा मिलेगा। लिक्विडिटी के साथ बाजार में पूंजी का प्रवेश होगा।अमर अग्रवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री के कॉरपोरेट टैक्स में कमी कर 22 प्रतिशत और मैन्युफैक्चरिंग टैक्स में 15 प्रतिशत किए जाने को उचित और एतिहासिक बताया। पूर्व मंत्री ने कहा कि इससे निवेश बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री का बयान हास्यास्पद
अमर ने बताया कि विश्वव्यापी मंदी का आंशिक असर भारत पर भी है। अमर ने चुटकी लेते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का बयान हास्यापद है कि देश मेंं मंदी है लेकिन छत्तीसगढ़ में नहीं। यदि ऐसा है तो विकास कार्य क्यों रूके हुए हैं। सवालों के जवाब में अमर ने कहा कि मोदी सरकार सपने देखना और उसे सच करना जानती है। आरबीआई से नियमों के तहत कर्ज लिया गया है। इस दौरान अमर ने 176 करोड़ के सवाल को टालने का भरसक सफल प्रयास किया। उन्होने कहा कि कोल इंडिया कम्पनी को निजीकरण नहींं किया जा रहा है। हां चर्चा चली जरूर है। इसका मतलब यह नहीं कि कम्पनी को निजीकरण के हवाले किया जाएगा।
विकास कार्य ठप्प…पुराने काम पेंडिंग
पत्रवार्ता में नगरी निकाय चुनाव पर पूछे गए सवालों से पूर्व निकाय मंत्री बचते नजर आए। चुनाव में मुद्दे को लेकर पूछे गए सवाल पर अमर ने कहा कि पिछले 9 महीने में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को ही मुद्दा बनाया जाएगा। सबसे बड़ा मुद्दा होगा कि कांग्रेस सरकार ने निकायों को केवल 100 करोड रुपए दिए हैं। जबकि पूर्ववर्ती सरकार 1000 करोड़ देती थी। इसके चलते विकास कार्य कार्य ठप्प हैं। नए कार्यों की स्वीकृति नहीं मिली है। पुराने काम पेंडिंग है।
ईव्हीएम कांग्रेस कार्यकाल की उपज
मेयर कैंडिडेट के सवाल पर अमर अग्रवाल जवाब देने से बचते रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग बचकानी है। बताया कि ईवीएम से अविश्वास ठीक नहींं क्योंकि कांग्रेस शासनकाल में ही ईव्हीएम को लाया गया। अमर अग्रवाल ने ईव्हीएम को लेकर लगाए जा रहे आरोप को बेबुनियाद बताया। उन्होने कहा कि कांग्रेस अच्छे निर्णय को पलटना चाहती है।
निकाय चुनाव में होगी जबरदस्त जीत
दंतेवाडा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार को पार्टी किस तरह ले रही है। सवाल के जवाब में अमर ने कहा कि हार जीत सिक्के के दो पहलू है। दंतेवाड़ा मेंं प्रत्याशी नहीं बल्कि सरकार ने चुनाव लडा है। लेकिन हम जानते हैं कि निकाय चुनाव में भाजपा को जबरदस्त सफलता मिलेगी। अमर ने बताया कि कांग्रेस को भूलना नहीं चाहिए कि विधानसभा में 68 सीटों पर कब्जा किया। लेकिन लोकसभा में करारी हार का सामना करना पड़ा। निकाय चुनाव में भी ऐसा ही होने वाला है।
कांग्रेसी ही देंगे जवाब
भाजपा मेयर प्रत्याशी कौन के सवाल पर अमर ने कहा कि समय आने पर सबको पता चल जाएगा। सिवरेज का काम तब भी चल रहा था और अब भी फिर खोदापुर का नारा कहां गायब हो गया। अमर ने कहा इसका जवाब कांग्रेसी ही दे सकते हैं। चकरभाठा में एयरपोर्ट सुविदा को लेकर हो रही देरी के सवाल पर अमर ने बताया कि कागज की जहाज उड़ाने वाले ही इसका जबाब ठीक से देंगे।
पत्रवार्ता में मस्तूरी विधायक डॉ कृष्ण मूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, महापौर किशोर राय, सांसद अरूण साव, भूपेन्द्र सवन्नी, रामदेव कुमावत,गलशन ऋषि विशेष रूप से मौजूद थे।