रायपुर-“छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन” के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू एवँ प्रदेश संयोजक इदरीश खान ने वर्ग 03 के एक तथाकथित संगठन पर, नाम लिए बगैर उनके शीर्ष नेतृत्व पर कड़ा प्रहार करते हुए इन संगठनों के पदाधिकारीयों को सरकार का चापलूस व इनके संगठन को राज्य का सरकारी संगठन बताया है।जाकेश साहू एवँ इदरीश खान ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि उक्त तथाकथित सरकारी संगठन के शीर्ष नेतृत्व द्वारा लगातार प्रदेश के 1,09,000 शिक्षाकर्मी वर्ग 03 को सोसल मीडिया में झूठी खबरे परोसकर, विगत कई महीनों से लगातार बरगलाया जा रहा है जिसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
किसी भी कर्मचारी संगठन का कार्य अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन, रैली एवँ धरना-प्रदर्शन करना होता है, वर्ग 03 के कुछ तथाकथित संगठन द्वारा आंदोलन व रैली न कर हर बार, राज्य के मुख्यमंत्री, अन्य मंत्रियो, सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों, विधायकों, नेताओं व विभागीय सचिवों के साथ फोटोबाजी कर, प्रदेश के 1,09,000 आम शिक्षाकर्मी वर्ग 03 साथियों को सोशल मीडिया के जरिये झूठी खबरे परोसकर सिर्फ कोरा आस्वाशन दिया जा रहा है, जो प्रदेश के वर्ग 03 के भविष्य के साथ एक भद्दा मजाक व बड़ा खिलवाड़ है।
प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू एवँ प्रांतीय संयोजक इदरीश खान ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन द्वारा मध्यप्रदेश की तर्ज पर, राज्य के 1,09,000 प्राथमिक शिक्षकों को, प्रथम नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता मानते हुए, क्रमोन्नति वेतनमान देने, सबका संविलियन आदेश जारी करने, वेतन विसंगति दूर करने एवँ 3500 परिवारों को अनुकम्पा नियुक्ति देने सहित चार सूत्रीय मांगों की पूर्ति के लिए आगामी 03 नवम्बर को एक दिवशीय जब्बर रैली एवँ आंदोलन किया जा रहा है तब ये कुछ सड़यँत्रकारी लोग उक्त आंदोलन को विफल करने की कुचेष्टा से सीएम से खुद, उनके ओएसडी के माध्यम से मिलकर फोटोबाजी कर, फरवरी बजट में विसंगति दूर होने का प्रोपोगेंडा व दिखावा कर रहे है।
कुछ दिन पूर्व, बीस अगस्त के आसपास इसी तथाकथित सरकारी संगठन द्वारा प्रदेश के 1,09,000 साथियों के भावनाओ के साथ, एक भद्दा मजाक करते हुए यह झूठी खबर सीएम के साथ फोटो खिंचवाकर यह फैलाई गई थी कि सितम्बर माह के पहले वर्ग 03 का विसंगति दूर हो जाएगी। सोसल मीडिया में बकायदा लोगो को पूरा-पूरा भरोषा भी दिया गया था कि सितम्बर माह के पहले विसंगति दूर होगी ही। यदि विसंगति दूर नहीं हुई तो ये तथाकथित नेता अपना पद छोड़ देंगे।
लोगो को बड़ी उम्मीद भी थी कि विसंगति दूर हो जाएगी लेकिन सितम्बर क्या आज अक्टूबर माह भी लगभग पूरा होने जा रहा है लेकिन विसंगति दूर होने के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ।आज फिर एक बार उक्त तथाकथित संगठन के शीर्ष नेतृत्व द्वारा सीएम के साथ फोटोबाजी कर प्रदेश के 1,09,000 शिक्षाकर्मी वर्ग 03 के साथियों के भावनाओ के साथ भद्दा व असहनीय मजाक किया जा रहा है।
यह बात उल्लेखनीय है कि होली त्योहार के तुरन्त पहले इसी तथाकथित संगठन के तथाकथित नेताओ के द्वारा मंत्रालय के एक अधिकारी के साथ सोसल मीडिया में फोटो वायरल कर झूठी खबर चलाया गया था कि होली त्योहार में प्रदेश के 1,09,000 वर्ग 03 को बड़ी खुशखबरी मिलने जा रही है। लेकिन बाद में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।ठीक ऐसी ही झूठी खबर, भ्रामक व तथ्यहीन वीडियो सीएम के जन्मदिन पर, सीएम बंगले से आज से कुछ दिन पहले भी इसी तथाकथित संगठन व इनके शीर्ष तथाकथित नेताओं के द्वारा जारी करके प्रदेश के 1,09,000 वर्ग 03 साथियों के भावनाओ से खिलवाड़ कर सफेद झूठ बोला गया था जिनका कोई औचित्य नहीं रहा।
अब ज्वलन्त मुद्दे और सवाल यह उठता है कि ये संगठन प्रदेश के आम शिक्षक साथियो व गरीब तथा सीधे-साधे शिक्षाकर्मी भाई-बहनों के भावनाओ के साथ खिलवाड़ कर उनकी जिंदगी से क्यों ऐसा भद्दा मजाक करना चाहते है…. आखिर क्यों…???? क्यो… क्यों… और ऐसा भद्दा मजाक, झूठ व फरेब आखिर कब तक…????छत्तीसगढ़ प्राथमिक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू, प्रांतीय संयोजक इदरीश खान, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष शिवकुमार साहू, प्रदेश उपाध्यक्षद्वय ऋषि राजपूत, भोजकुमार साहू, लेखपाल सिंह चौहान, प्रदेश महासचिव धरमदास बंजारे, माहिर सिद्दीकी, प्रदेश संगठन मंत्री यशवंत देवांगन, कमरूद्दीन शेख, संतराम साहू एवँ समस्त प्रदेश, जिला, ब्लाक व संकुल पदाधिकारीयो ने प्रदेश के समस्त 1,09,000 शिक्षाकर्मी वर्ग 03 साथियों से अपील की है कि सभी साथीगण ऐसे तथाकथित संगठन व इनके तथाकथित पदाधिकारीयो के झूठे बयानों व अफवाहों से बचे। साथ ही अपने हक व अधिकार के लिए आगे आए।
अपनी चार सूत्रीय मांगों को पूरा कराने, अपनी आवाज बुलंद करने, आगामी 03 नवम्बर, रविवार को राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल पर आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवँ प्राथमिक शिक्षक अधिकार रैली में बढ़चढ़ कर भाग लेवें तथा धरना-प्रदर्शन एवँ रैली को सफल बनावें।