सीएम रमन ने की अंबेडकर अस्पताल की तारीफ,बच्चों को बांटे इन्सुलिन किट

Shri Mi
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2243रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने रविवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर चिकित्सालय के सभागार में मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने मधुमेह पीड़ित बच्चों को निःशुल्क इंसुलिन, ग्लूकोमीटर, ग्लूकोस्ट्रीप सहित आवश्यक सामग्रियों का किट वितरित किया। योजना के प्रथम चरण में दो हजार बच्चों को यह किट वितरित कर योजना का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना छत्तीसगढ़ के मधुमेह पीड़ित बच्चों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस योजना की शुरूआत मेरे लिए खुशी का बड़ा अवसर है। आज मेरा एक बड़ा सपना साकार हो रहा है।

             
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                      सीएम ने कहा कि डा. अंबेडकर चिकित्सालय और मेडिकल कालेज के अध्यापकों, डाक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों की सराहना करते हुये कहा कि आप लोग प्रदेश की जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के मिशन पर अच्छा काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आलोचना भी सुननी चाहिए, इससे सुधार का मौका मिलता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये स्वास्थ्य अजय चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी सुधार हुआ है।

                              मधुमेह पीड़ित बच्चों के परिवार और बच्चों में एक ओर तो इस  बीमारी के कारण तनाव रहता है तो दूसरी ओर दवाओं पर होने वाले खर्च का बोझ । इस योजना से ऐसे परिवारों को राहत मिलेगी।

                          मुख्यमंत्री ने कहा कि 0 से 14 वर्ष तक के बच्चों का इस योजना के लिए टोल फ्री टेलीफोन नम्बर 104 पर पंजीयन कराया जा सकता है, 21 वर्ष तक की आयु ऐसे बच्चों को इस योजना में निःशुल्क इंसुलिन प्रदान किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रीअजय चन्द्राकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विधायक श्रीचंद सुंदरानी, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष देवजीभाई पटेल और नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

                           मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री बाल मधुमेह सुरक्षा योजना की पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने मधुमेह बच्चों को संबोधित करते हुये कहा कि मधुमेह से डरने की जरूरत नहीं है। यदि सही इलाज लिया जाए तो स्वस्थ्य जीवन व्यतीत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्मविश्वास होना चाहिए।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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