सीयू में खेल सप्ताह शुरू

Chief Editor
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ggsबिलासपुर। खेल जीवन में विषम परिस्थितियों में जूझने की क्षमता बढ़ाने और उनमें से सफलता के साथ निकल कर आगे बढ़ने की कला सिखाता है। यह बात गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 11 जनवरी 2016 से खेल सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि खेल शैक्षणिक विकास में बाधा नहीं है बल्कि यह छात्र जीवन में संपूर्ण विकास का अहम जरिया है। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाला पूरा सप्ताह आप सभी के पास अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन अवसर है। कुलपति महोदया ने आकाश में गुब्बारे छोड़कर खेल सप्ताह के शुभारंभ की घोषणा की।

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                                      ggs1इससे पूर्व राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में रक्तदान जागरूकता पर एक रैली निकाली जिसे कुलपति प्रोफेसर अंजिल गुप्ता ने हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है। उन्होंने कहा कि हमें बेहतर स्वास्थ्य एवं विकास के लिए समय-समय पर रक्तदान करते रहने चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को रक्तदान को जीवन में शामिल करने के लिए भी प्रेरित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव ने भी विद्यार्थियों से ऐसे महान कार्यों में सजगता से सहभागिता करने के लिए प्रेरित किया।

                                  रक्तदान जागरूकता के लिए विश्वविद्यालय के फॉर्मेसी विभाग में सिम्स से आये डॉ. बीपी सिंह ने छात्र-छात्राओँ को रक्तदान के फायदा बताये। उन्होंने हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए घर पर आसानी से किये जाने वाले उपायों को भी विद्यार्थियों के साथ साझा किया। 12 जनवरी को प्रात: 10.30 बजे श्री सोनमणि बोरा जी, संभागायुक्त, बिलासपुर संभाग के मुख्य आतिथ्य में स्वामी विवेकानंद जी की 153वीं जयंती पर विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया है। इन अवसरों पर कुलसचिव कार्यवाहक प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर एसवीएस चौहान, प्रोफेसर जेएस दांगी, मुख्य कुलानुशासक प्रोफेसर प्रदीप शुक्ला, राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ. ब्रजेश तिवारी और शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर वीएस राठौड़ एवं बड़ी संख्या में शिक्षकगण, अधिकारीगण, एवं विद्यार्थी मौजूद थे।

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