बिलासपुर।गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में आयोजित “नेशनल कांफ्रेंस ऑन प्लांट साइंस टेक्नालॉजीज. करंट स्टेटस एंड फ्यूचर प्रोस्पेक्टस 2017” की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस (21 से 23 मार्च, 2017) का समापन हुआ। राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का समापन समारोह गुरुवार को प्रबंध अध्ययन विभाग के सभागार में दोपहर 12.30 बजे डॉ. अमृतेश सी. शुक्ला के मुख्य आतिथ्य और जीव विज्ञान अध्ययनशाला की अधिष्ठाता डॉ. रेणु भट्ट की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. शुक्ला ने अपने अनुभव बांटते हुए शोधार्थियों तथा छात्रों को अपनी सोच में परिवर्तन करने का सुझाव दिया ताकि नए विचारों के माध्यम से शोध में सुधार किया जा सके। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. रेणु भट्ट ने वनस्पति विभाग को शुभकामनायें देते हुए आने वाले समय में इसी तरह के सम्मेलन करने के लिये प्रेरित किया।
कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन तकनीकी सत्र में छत्तीसगढ़ तकनीकी विज्ञान परिषद के रायपुर के वैज्ञानिक डॉ. अमित दुबे ने आईपीआर तथा हर्बल पेटेंटिंग चैलेंजेस एंड अपोरच्यूनिटीस पर व्याख्यान दिया। इस सत्र के दौरान उन्होंने हर्बल प्रोडक्ट्स को किस तरह से पेटेंट कराया जा सकता है तथा पेटेंट के नियमों से अवगत कराया। उन्होंने छात्रों एवं शोधार्थियों को पेटेंट रजिस्टर कराने के लिए प्रेरित किया। इसके पश्चात शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।
कॉन्फ्रेंस के संजोयक एवं वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एस.के. शाही ने इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत किये गये शोध पत्रों के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी। इस राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में देश के विभिन्न संस्थाओं के वैज्ञानिकों, शोधार्थियों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा 146 शोध पत्र प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर विभाग के शिक्षकगण, प्रतिभागी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।