मुंबई।भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को कहा कि मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं की है क्योंकि डॉक्टर अभी भी फॉरेंसिक विभाग से उनकी विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये रिपोर्ट अभी तक पुष्टि के लिए डॉक्टरों को नहीं सौंपी गयी है। स्वामी ने यह भी खुलासा किया कि सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी ‘अनंतिम’ कहा गया है क्योंकि फोरेंसिक विभाग से अभी तक स्पष्टीकरण नहीं आया है। बता दें कि इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये सामने आया था कि सुशांत की मौत शरीर को ‘ऑक्सीजन न मिलने’ की वजह से हुई है। हालांकि, उस समय नेल सैंपल और स्टमक वॉश का इंतजार किया जा रहा था। इसलिए, अनंतिम रिपोर्ट को लेकर स्वामी का दावा महत्वपूर्ण है। अगर स्वामी का दावा सही निकला तो मुंबई पुलिस की जांच पर सवाल उठने लगेंगे, खासतौर पर ये देखते हुए कि उनकी मौत के 46 दिन बाद भी FIR दर्ज नहीं की गई है।
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इस बीच, बिहार पुलिस ने सुशांत के पिता की शिकायत के आधार पर एक FIR दर्ज कर ली है जिसमें रिया चक्रवर्ती पर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है। सुशांत के पिता के वकील ने कहा-“सुशांत सिंह राजपूत का परिवार सदमे में था और मुंबई पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी। उलटा उन्हें बड़े बड़े प्रोडक्शन हाउस के नाम लेने को मजबूर कर रही थी। उनकी जांच अलग दिशा में जा रही थी।
Why Mumbai Police not filed a FIR on Sushant Singh Rajput? Why post-mortem report been titled provisional? Both for one reason : The Hospital doctors are awaiting SSR’s viscera report from Forensic Department to know whether he had been poisoned. His nails have also been sent
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2020
स्वामी के 26 सबूत बिंदु
शुरुआत से मामले में CBI जांच की मांग उठाते आए वरिष्ठ नेता ने ऐसे 26 सबूत बिंदु साझा किये थे जो सुशांत के ‘मर्डर’ की ओर इशारा करते हैं। उन्होंने एक सूची जारी की है जिसमें लिखा है-“सोशल मीडिया पर सुशांत का कोई अस्तित्व नहीं है, शरीर पर विभिन्न निशान, कमरे में पाए जाने वाले एंटी-डिप्रेसेंट, मुंह से कोई झाग, जीभ का फटना, पंखे से लटका कपड़ा, कोई छोटी मेज नहीं, अंदर फर्नीचर, निकटतम मित्रों की बॉडी लैंग्वेज, कोई सुसाइड नोट नहीं, सुशांत ने अपने सिम कार्ड आदि को बदल दिया आदि।” स्वामी का दावा है कि इन सभी कारणों की वजह से यह आत्महात्या से ज्यादा एक हत्या की ओर इशारा कर रही है।