बिलासपुर– कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों ने फसलों में होने वाले विभिन्न प्रकार के रोग और कीटों से फसल को होने वाले नुकसान जायजा लेने जिले का भ्रमण कर रहे हैं। अधिकारियों की टीम मौके पर जाकर खड़ी फसल का जायजा ले रही है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ.के.आर. साहू के मार्गदर्शन और विशेषज्ञ विनोद निर्मलकर की टीम किसानों को फसलों के बचाव और सूखे से निपटने की सलाह भी दे रही है।
भ्रमण के दौरान अधिकारियों की टीम बिल्हा विकासखण्ड के किसानों से मिलकर खेतों में गंगई कीट का प्रकोप की जानकारी हासिल की। टीम ने स्वर्णा धान के किस्मों में हानि स्तर तक कीटों का प्रकोप देखा। अधिकारियों ने पाया कि एचएमटी में तना छेदक, शीथ ब्लाइट और झुलसा रोग का प्रकोप कुछ अधिक है। निरीक्षण के दौरान कोटा विकासखण्ड के ग्राम रानीगांव, भैंसाझार, बिरगहनी ग्रामों में झुलसा, शीथ ब्लाइट एवं तना छेदक का प्रकोप सामने आया है। गौरेला क्षेत्र के गांवों में मक्का और मूंगफली में टिक्का बिमारी का प्रकोप देखने को मिला है। तखतपुर क्षेत्र भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने किसानों के साथ बैठक आयोजित कर फसलों के बचाव और सूखे से निपटने की सलाह दी है।