सोशल मीडिया पर कार्यशाला..संयम और विश्वास पर चिंता

BHASKAR MISHRA
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SB -WB बिलासपुर—  शहर के निजी प्रतिष्ठान में बिलासपुर में नवप्रदेश अखबार की पहली वर्षगांठ के मौके पर पत्रकारिता में सोशल  मीडिया की भूमिका को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार नथमल शर्मा और बजरंग केडिया का सम्मान किया गया। महिला एवं बाल विकास सचिव सोनमणि वोरा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीवी रमन विश्वरविद्यालय के कुलसचिव शैलेश पाण्डेय ने किया। इस मौके पर विशेष वक्ता के रूप में दिल्ली के कुमार पंकज ने सोशल मीडिया की भूमिका पर अपने विचारों को सबके सामने रखा।  अतिथियों का सम्मान नवप्रदेश के समूह संपादक यशवंत थोटे और स्थानीय संपादक प्रमोद शर्मा ने किया।

                             पत्रकारिता में सोशल मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मुख्यअतिथि सोनमणि वोरा ने कहा कि समय के साथ जितना सच परिवर्तन है उतना ही सच मीडिया में सोशल मीडिया की भूमिका की भी है। सोशल मीडिया को संयम के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। जमाना इससे भी आगे जाने को बेताब है। उन्होंने इंटरनेट और सोशल मीडिया के बीच के अन्तर पर भी प्रकाश डाला। वोरा ने पत्राकारिता से जुड़े लोगों के बीच आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र किया। साथ ही वर्तमान में सोशल मीडिया की उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि आज जलसंरक्षण में परंपरागत मीडिया से कहीं ज्यादा सोशल मीडिया के सहयोग की जरूरत है। यदि आज से दस बारह साल पहले सोशल मीडिया होता तो हमें पानी के लिए इतना परेशान होने की जरूरत नहीं होती। वोरा ने बताया कि वेशक सोशल मीडिया ने अपने दायित्वों को अभी ठंग से समझा नहीं है। लेकिन उम्मीद करता हूं कि जब यह अपने दायित्वों को भली भांति समझ जाएगा उसी दिन देश और समाज में लोगों को अपने कर्तव्यों का बोध ठीक तरीके से होगा। महिला एवं महिला बाल विकास सचिव ने बताया कि सरकार शोसल मीडिया की उपयोगिता और शक्ति को भली भांति ना केवल समझती है बल्कि उसकी शक्तियो को सही दिशा में लगाने का प्रयास भी कर रही है।

            कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा.सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुल सचिव शैलेस पाण्डेय ने कSP_CVRU -WEBहा कि हम हमेंशा से सोशल थे। समय के साथ स्वरूप में बदलाव हुआ है। टेक्नालाजी का जमाना है। जाहिर सी बात है कि हमारे सोशल गतिविधियों में भी परिवर्तन आया है। हां प्रारंभ में लगता था कि यह पेचीदा है। लेकिन धीरे धीरे समझ में आने लगा कि इसकी उपयोगिता वर्तमान की सबसे बड़ी मांग है। शैलेश पाण्डेय ने सोशल मीडिया की गतिविधियों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि सूचनाएं तो बहुत आती हैं लेकिन उसकी विश्वनीयता पर हमेशा संदेह रहता है। जिस दिन सोशल मीडिया ने विश्वनीयता हासिल कर लिया उसी दिन पत्रकारिता में इसकी भूमिका बढ़ जाएगी। पाण्डेय ने कहा कि सोशल मीडिया में बहुत कुछ लिखा जा रहा है। लेकिन लिख कौन रहा है.. उसकी विश्वनीयता कितनी है। ऐसे तमाम प्रश्न पढ़ने वालों के मन में उठते हैं।उन्होने कहा कि सोशल मीडिया को समाज में विश्वास अर्जित करना होगा। साथ ही उसकी शक्ति का अहसास भी करना होगा।

                                कार्यक्रम में दिल्ली से विशेष रूप से आमंत्रित वक्ता कुमार पंकज ने सोशल मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला। मुख्यअतिथि सोनमणि वोर ने इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार बजरंग केडिया और नथमल शर्मा को शाल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को नवप्रदेश के ग्रुप संपादक यशवंत थोटे ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत आभार प्रदर्शन नवप्रदेश के स्थानीय संपादक प्रमोद शर्मा ने किया। मंच का संचालन वरिष्ठ पत्रकार विश्वेष ठाकरे ने किया।

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