स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों में ठनी…थानेदार का बीच बचाव..तू-तू,मै-मै के बाद माफीनामा पर बनी बात

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— स्कूल फीस बृद्धि के खिलाफ पालकों की व्यापार विहार स्थित सैन्ट जेवियर स्कूल प्रबंधन से दोपहार में  विवाद हुआ। वाद विवाद झूमा झटकी तक पहुंचा। मा्मला सॉरी कहने के साथ खत्म भी हो गया। इसके पहले पालकों ने स्कूल के सामने धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों के साथ प्रबंधन की जमकर कहासुनी  हुई। थानेदार के बीच बचाव से मामला शांति के साथ खत्म भी हो गया।

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                                 जानकारी के अनुसार एक दिन पहले पालक संघ के बीच वाट्सअप पर  बातचीत हुई कि फीस वृद्धि के खिलाफ व्यापार विहार स्थित सैंन्ट जेवियर स्कूल का घेराव किया जाएगा। बताया गया कि स्कूल प्रबंधन अभिभावकों से फीस वृद्धि को लेकर अभद्र व्यवहार किया जाता है। इसलिए सैंटजेवियर स्कूल के सामने सभी लोग धरना प्रदर्शन करेंगे। पालक संघ के रणनीति की जानकारी सैन्ट जेवियर प्रबंधन को हो गयी। इसके पहले शनिवार को पैरेन्ट्स बैठक में किसी प्रकार का विवाद हो। प्रबंधन ने अपने स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिया।

             पुलिस जानकारी के अनुसार शनिवार को स्कूल में पैरेन्ट्स की बैठक थी। पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत पालक संघ के पदाधिकारी, सदस्य स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के साथ सैन्ट जेवियर स्कूल पहुंच गए। बैठक के दौरान अभिभावकों ने स्कूल शुल्क को लेकर नाराजगी जाहिर की। पालक संघ के सदस्यों ने बताया कि मामले मे अभी जिला प्रशासन और शासन  विचार विमर्श कर कर रहा है। बावजूद इसके बेतहाशा शुल्क लिया जाना ठीक नहीं है। इस दौरान पालकों ने दस महीने की जगह 12 महीनों का फीस लिए जाने का भी विरोध किया।

                                   देखते ही देखते मामला विवादों में आ गया। नाराज पालक संघ के सदस्य और नेता स्कूल के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठ गए। इसके बाद स्कूल का शिक्षक जितेन्द्र पालकों से बातचीत करने पहुंचा। बातचीत के दौरान पालक पवन ताम्रकार और उनके साथियों ने वीडियो बनाना शुरू कर किया। जितेन्द्र ने वीडियों बनाने से रोका। साथ अपना आपा खो दिया। मोबाइल बन्द करने का इशारा किया। इसी बीच एक पालक की मोबाइल गिर गयी। देखते ही देखते विवाद तू-तू,मै-मैं तक पहुंच गया।

                      इसके बाद प्रबंधन के इशारे पर स्टाफ समेत ड्रायवर और अन्य कर्मचारी पालकों को घेरकर खड़े हो गए। मामला हाथापाई तक पहुंचा। सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना प्रभारी मोहम्मद कलीम स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों को किसी तरह शांत कराया। पालकों ने आरोप लगाया कि हम लोग शांति पूर्ण अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन स्कूल प्रबंधन ने बाउंसर भेजकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया है।

                    पालकों ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि दस महीने की पढ़ाई के एवज में 12 महीने का भारी भरकम फीस वसूला जा रहा है। पैरेन्टस मीटिंग में फीस को लेकर बात बात पर अभिभावकों को शर्मिन्दा किया जाता है। जिन बच्चों की फीस जमा नहीं होती उनका टेस्ट पेपर नहीं दिखाया जाता। बच्चों के साथ दोयम स्तर का व्यवहार किया जाता है। ताजा मामले में एक पैरेन्टस ने 12 महीने का शुल्क दिए जाने का विरोध किया। कुछ ने कहा कि बाकी फीस का भुगतान जल्द कर देंगे। बावजूद इसके स्कूल प्रबंधन अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा है।

                     अभिभावक संघ के नेता पवन ताम्रकार ने बताया कि शासन प्रशासन की स्कूल प्रबंधन की मिली भगत है। आदेश के बाद भी स्कूल प्रबंधन अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा है। स्कूल फीस घर के खर्चों से ज्यादा हो गया है। जाहिर सी बात है कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देना मुश्किल हो गया ह।

                                   इस बीच विवाद को शांत करते हुए थाना प्रभारी मोहम्मद कलीम ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। सीसीटीवी से धक्का मुक्की के दौरान मोबाइल गिरने की जानकारी सामने आयी। अन्त में दोनो पक्षों को कलीम ने समझाइश दी। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि प्रदर्शन के खिलाफ खिलाफ बाउंसर नहीं बुलाया गया था। मौजूद सभी लोग स्कूल स्टाफ हैं। करीब घंटे भर के मशक्कत के बाद स्कूल प्रबंधन और पेन्ट्स के बीच समझौता करवा कर किसी तरह मामले को शांत किया गया।

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