स्मार्ट कार्ड में तब्दील होंगे पुराने ड्राइविंग लाइसेंस

Chief Editor
2 Min Read

driving

Join Our WhatsApp Group Join Now

रायपुर । राज्य के सभी जिला परिवहन कार्यालयों को कम्प्यूटरीकृत कर सेंट्रल सर्वर से जोड़ा जा चुका है, जिसके माध्यम से परिवहन से संबंधित सभी सूचनाओ का आदान-प्रदान कम्प्यूटर के माध्यम से निरंतर जारी है। परिवहन कार्यालयों द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं में पारदर्शिता लाने के लिए विभाग द्वारा सभी जिले में वाहनों का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट एवं ड्रायविंग लाइसेंस स्मार्ट कार्ड पर जारी किए जा रहे हैं।

परिवहन मंत्री राजेश  मूणत ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा ड्रायविंग के लर्निंग लायसेंस और ड्रायविंग लायसेंस को भी ऑनलाईन आवेदन एवं ड्रायविंग टेस्ट टेबलेट के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जितने भी ड्रायविंग लाइसेंस पूर्व में (वर्णमाला के आधार पर)जारी किए गए हैं, उनके लाइसेंस को इलेक्ट्रानिक मोड में लाने के लिए स्मार्ट कार्ड बेस्ड लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अधिकारियों ने ऐसे पुराने ड्रायविंग लाइसेंसधारियों से अनुरोध किया है कि वे अपने पुराने ड्रायविंग लाइसेंस को इलेक्ट्रानिक बेस्ड स्मार्टकार्ड बनाने के लिए एल.एल.डी फार्म भरकर पुराने लाइसेसं की छायाप्रति, निवास से संबंधित पहचान पत्र (आई.डी प्रुफ) और जन्मतिथि का प्रमाण पत्र सहित निर्धारित शुल्क प्रस्तुत करने पर इलेक्ट्रानिक बेस्ड स्मार्टकार्ड जारी किया जाता है। लाइसेंस की इलेक्ट्रानिक बेस्ड स्मार्टकार्ड के लिए उंगलियों के निशान के साथ ही फोटो भी टेबलेट के माध्यम से लेकर कम्प्यूटर में दर्ज किया जाएगा। परिवहन विभाग के सेंट्रल सर्वर से जानकारी एकत्रित कर डी एल सत्यापन के पश्चात संबंधितों को ड्रायविंग लाइसेंस की इलेक्ट्रानिक बेस्ड स्मार्टकार्ड प्रदाय किया जाता है।
परिवहन अधिकारी ने बताया कि आम जनता की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए प्रक्रिया को सरलीकृत किया हैं, जिससे परिवहन विभाग में कार्य के लिए वाहन स्वामियों को एजेंटों का सहारा लेना न पड़े। रायपुर के शहरी क्षेत्र के नागरिकों विशेषकर महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए शहर के मध्य पंडरी बस स्टैण्ड परिसर में ड्रायविंग लाइसेंस सिटी सेंटर की स्थापना की गई है।

close