स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का दावा…11 PHC में लाखों का घोटाला….जीवनदीप से खिलवाड़..चहेतों को बचा रहे अधिकारी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने सीएचएमओ को पत्र लिखकर बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कहा है कि यह जानते हुए जांच में खण्ड शिक्षाअधिकारी ने मेडिकल सामाग्रियों की खरीद परोख्त गड़बड़ी की है। नियम विरूद्ध काम किया है। बावजूद इसके किसी प्रकार की अनुशासनात्मकर कार्रवाई नहीं किया जाना गहरी साजिश की तरफ इशारा करता है।

             
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           छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य संघ प्रांताध्यक्ष ओपी शर्मा और जिला शाखा अध्यक्ष रविन्द्र तिवारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिल्हा अन्तर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। संगठन के नेताओं ने बताया कि केन्द्रों में संचालित जीवन दीप समितियों के साथ चलने वाली विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों में अार्थिक अनियमितता हुई है। जांच में भी खुलासा हो गया है। बावजूद इसके अभी तक किसी भी दोषी के खिलाफ कार्रवाई नही होना गहरी साजिश की तरफ इशारा करता है।

                  स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रविन्द्र तिवारी ने बताया कि कार्यालय ने आर्थिक अनियमितता की शिकायत के बाद जांच समिति का गठन किया गया था। जांच के दौरान समिति ने अपने रिपोर्ट में बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिल्हा और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लिंगियाडीह जीवन दीप समिति ने वित्तिय खर्च को लेकर नियमों का पालन नहीं किया है। दवा उपकरण और अन्य मेडिकेेटेड सामाग्रियों की खरीदी में जांच समिति ने आपत्ति भी की है।

                        रविन्द्र ने बताया कि जांच समिति ने चिकित्सा अधिकारी के सामने पेश दस्तावेज में स्पष्ट किया है कि सामुदायिक केन्द्र स्तर पर 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए खरीद फरोख्त का प्रस्ताव पास किया गया। सभी 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की मर्जी के खिलाफ खण्ड चिकित्सा अधिकारी स्तर पर मेडिकल सामानों की खरीद फरोख्त हुई । यह जानते हुए भी कि ऐसा करना खण्ड शिक्षा अधिकारी के अधिकार क्षेत्र का बाहर का मामला है।

  रविन्द्र ने बताया कि रिपोर्ट से जाहिर होता है कि बीएमओ ने नियमों को ताक पर रखकर बिना क्रय समिति के इजाजत से मेडिकल सामानों की खरीदी खुद की है। जबकि बीएमओ का काम केवल दायित्व खरीदी का परीक्षण कर नियमों का कराना है। बावजूद इसके बीएमओं ने अधिकारोंं का अतिक्रमण किया। इसलिए शासकीय कोष से अतिरिक्त भुगतान कराए जाने की संभावना से इंंकार नहीं किया जा सकता है।

                            स्वास्थ्य कर्मचारी संघ नेताओं ने सीएचएमओ से कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चकरभाठा,हरदीकला,लखराम,बेलतरा,दगौरी,बरतोरी,बोडसरा,कडार और सिरगिट्टी में दवा खरीदी को भारी भ्रष्टाचार हुआ है। जीवन दीप समिति के विभिन्न मदों से साल 2004 से 2016 की अवधि में हुई दवा उपकरण खरीदी की जांच हो। जांच किसी उच्चस्तरीय कमेटी से कराई जाए। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी हो।

                     प्रदेश स्वास्थ्य संगठन के नेताओं ने संभागायुक्त और कलेक्टर से भी लिखित शिकायत कर जांच की मांग की है।

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