हंगामेदार होगी सामान्य बैठक..दोनों दल तैयार

BHASKAR MISHRA
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nagar nigam 1बिलासपुर— आज सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार होगी। कांग्रेस पार्षदों की मांग पर बुलाए गए बैठक में संपत्तिकर का  मुद्दा विशेष रहेगा। कांग्रेस ने पहले से ही पचास प्रतिशत संपत्तिकर वृद्दि को लेकर विशेष सभा के लिए आयुक्त,सभापति और महापौर को पत्र दिया था। सभापति अशोक विधानी ने विशेष सभा बुलाने से इंकार कर दिया था। आज के बैठक में कमर्शियल काम्प्लेक्स पर भी बहस हो सकती है। यह मुद्दा पूर्व महापौर वाणी राव के समय भी विवाद में था। भाजपा ने तत्कालीन समय इसे वाणी राव के खिलाफ विशेष हथियार के रूप में इस्तेमाल किया था।

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                                आज के बैठक में सफाई व्यवस्था भी अहम बिन्दु होने वाला है। शहर कचरे के ढेर पर बैठा है। भाजपा टेकेदारों के अलावा अन्य ठेकेदारों ने सफाई व्यवस्था को लेकर हाथ उठा दिया है। मालूम हो कि एक साल सफाई अभियान को समर्पित था। लेकिन शहर में सफाई के नाम पर निगम ने पिछले एक साल में केवल ढिंढोरा पीटने का काम किया है। पूरा शहर गंदी नालियों और कू़ड़े करकट की दुर्गन्ध से परेशान है। व्यापार विहार स्थित व्यापारियों की जमीन अघोषित रूप से निगम का कचरा जोन बन गया है। शहर का पूरा कचरा इसी क्षेत्र में डंप किया जाता है। जिसके चलते आस-पास रहने वालों की स्थिति यमराज के नरकलोक जैसा हो गया है। अब तो लोगों ने इस कचरे को अपना नियत समझ लिया है।

                                       सफाई ठेकेदारों का पेमेन्ट सालों से नहीं किया गया है। निगम का खजाना भी खाली है। सरकार के आक्सीजन के भरोसे स्मार्ट सिटी का ख्वाब देख रहे निगम के पास बिजली के भुगतान के लिए भी पैसा नहीं है। सेमीनार,बैठक और स्मार्ट सिटी विचार विमर्श के लिए लाखों रूपए खर्च किये जा रहे हैं। लेकिन निगम के पास साढ़े सात करोड़ रूपए बिजली बिल पटाने के लिए भी कोष में कुछ नहीं है। बिजली विभाग ने बिजली काटने की धमकी दी है। वहीं ठेकेदारों का कहना है कि जब तक उनका लंबित भुगतान नहीं किया जाता है तब तक निगम का नया टेंडर नहीं लेंगे।

                                                  सरकार ने निगम को आधारभूत संरचना के लिए चार महीने पहले 10 करोड़ रूपए दिये हैं। आज भी जस का तस पड़ा हुआ है। सड़क,बिजली,पानी की व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है बावजूद इसके 10 करोड़ रूपए का उपयोग नहीं किया जा रहा है। ठेकेदारों का आरोप है कि निगम आयुक्त की आयुक्तगिरी ने शहर को कबाड़ बनाकर रख दिया है। आयुक्तिगिरी से ना केवल कांग्रेस बल्कि भाजपा पार्षद भी परेशान हैं। वार्डों के कार्यो पर वेवजह प्रतिबंध लगाया जाता है।

                                   बहरहाल आज समान्य सभा असामान्य होने वाली है। जहां भाजपा ने अपनी रणनीति को पुख्ता कर लिया है। तो कांग्रेस ने भी आयुक्त और महापौर को निशाने पर लेने के लिए कमर कस लिया है।

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