हत्या का शिकार होने से पहले जान बचाकर भागा पीड़ित…कांग्रेस नेता ने की एसपी से शिकायत…कहा आरोपियों को पकड़ा जाए

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—थाना रतनपुर नेवसा निवासी लक्ष्मीकांत साहू ने गांव के पूर्व सरपंच के बेटो पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। प्रार्थी ने पुप्तान को बताया कि दोनोंं गांव के पूर्व सरपंच के बेटों ने अपने साथियों के साथ पहले तो बहाना बनाकर गिधौरी स्थित घर ले गए। घर में मारपीट करने के बाद गांव के बाहर लात घूंसा और डंडे से पीटा। इसके बाद जबरदस्ती मोटरसायकल पर बैठाकर बेलतरा स्थित कोलवासरी में जान से मारने के लिए ले जा रहे थे। किसी तरह मोटरसायकल से कूदकर अपनी जान बचाई। थानेदार ने शिकायत के बाद भी रिपोर्ट लिखने मे आनाकानी कर रहा है।

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                    गांव नेवसा थाना रतनपुर निवासी लक्ष्मीकांत साहू ने पूर्व सरपंच के पुत्रों पर जानलेवा मारपीट का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता बृजेश साहू की अगुवाई में अच्छी खासी संख्या में पुलिस कप्तान से मिलने पहुंंचे ग्रामीणों ने बताया कि लक्ष्मीकांत साहू पर जानलेवा हमला के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस नेता बृजेश साहू और पीड़ित लक्ष्मीकांत ने लिखित शिकायत में पुलिस कप्तान को बताया कि घटना 17 जून की है। नेवसा स्थित प्रार्थी के घर पहुंचकर पूर्व सरपंच का बेटा सोनू ऊर्फ लक्ष्मीकांत पिता भरत लाल कश्यप और गिधौरी निवासी मोंटी पिता शिवनारायण कश्यप पहुंचे। दोनों ने बताया कि ट्रैक्टर कम्पनी के साहब नेवसा पानी टंकी के पास मिलने के लिए  बुलाया है।

                              बृजेश साहू ने एसपी को बताया कि प्रार्थी लक्ष्मीकांत साहू तुरंत अपनी मोटरसायकल से सोनू के फार्म हाउस गया। फार्म हाउस में पहले से ही शिवनारायण कश्यप, छोटू, गोविंद कश्यप मौजूद थे। ठीक उसी समय प्रार्थी का पिता भी बेटे को खोजते हुए पहुंच गया। फार्म हाउस में बैठे लोगों ने कहा कि मैने गिधौरी निवासी गोविन्द कश्यप को शराब भठ्ठी में पीने के दौरान मारपीट की है। मामले में सच और झूठ का पता लगाने गोविन्द के घर गिधौरी ले जाया गया। इस बीच में उसके पिता ने इसका विरोध भी किया। बावजूद इसके मोटरसायकल से जबरदस्ती गोविन्द के घर जाना पडा।

                                     पूछताछ के दौरान गोविन्द ने बताया कि बीती रात शराबभठ्ठी में मैने ही उसके साथ मारपीट की है। जबकि इसमें किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है। इतना सुनते ही गोविन्द का बेटा छोटू, मोंटी, ने उसे मारना पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों अपने साथियों के साथ मोटरसायकल पर बैठाकर गांव के बाहर ले गए। वहां भी लात घूंसा,डंडे से पीटा गया। इस दौरान मेरे गांव यानि नेवसा निवासी लक्ष्मीकांत कश्यप मारने पीटने वालों को उकसता रहा।  इसी बीच मौके पर प्रार्थी का पिता बहोरन भी मौके पर पहुंच गया।

                  मारपीट करने वाले दोनों आरोपियों ने फैसला कि बेलतरा स्थित कोलडीपो में उसको जान से मारकर फेंक दिया जाए। दोनों ने मोटरसायकल पर बैठाकर बेलतरा ले जाने का प्रयास किया। इसी बीच पिता के चिल्लाने के बाद मोटरसायकल से कूदकर किसी तरह जान को बचाया। दोपहर एक बजे रतनपुर थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत की।

                                    प्रार्थी लक्ष्मीकांत साहू ने पुलिस कप्तान कार्यालय पहुंचकर बताया कि शिकायत के बाद भी थाना प्रभारी रतनपुर ने एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया है। थानेदार ने पहले तो मुलायजा का बहाना बनाया। इसके बाद रिपोर्ट नहीं लिखने की बात कही। पीडित लक्ष्मीकांत ने एसपी को यह भी जानकारी दी कि थाना स्टाफ दोनों आरोपियों को बचाना चाहता है। जबकि उसे न्याय चाहिए।

                पुलिस कप्तान ने लिखित शिकायत के बाद  आश्वासन दिया कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। मारपीट के दोषी आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा।

                     इधर पत्रकारों से कांग्रेस नेता बृजेश साहू ने बताया कि यदि एक दिन के अन्दर रिपोर्ट दर्ज नहीं किया गया तो समाज के साथ थाना का घेराव करेंगे। जरूरत पडी तो मामले की शिकायत गृहमंत्री से करेंगे।

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