बिलासपुर।धरना आंदोलन 131वे दिन पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के सदस्य धरने पर बैठे।धरने में सिंधी सेंट्रल पंचायत के विभिन्न सदस्यों ने प्रतिवर्ष स्वयं एवं उनके परिवार के लिए कई हवाई यात्रा टिकट खरीदते हैं और बिलासपुर से भी 12 से लेकर 30 हवाई यात्रा टिकट आज अग्रिम में खरीदने को तैयार हैं। समिति के द्वारा यह सर्वेक्षण बिलासपुर से हवाई सुविधा के लाभ प्रदाता के आकलन के मद्देनजर किया जा रहा है। और पहले ही दिन इसकी बहुत आशा जनक परिणाम आए आज की सभा में बोलते हुए पूज्य सिंधी पंचायत के परमानंद गिडवानी ने कहा कि बिलासपुर में वर्तमान व्यापार से 5 गुना तक व्यापार करने की क्षमता है। लेकिन इस क्षमता का दोहन नहीं हो पा रहा है।इसमें सबसे बड़ी बाधा बिलासपुर में हवाई सुविधा का ना होना है।
जिसके कारण बिलासपुर में कोई भी बड़ी व्यवसाई कंपनी अपना क्षेत्रीय कार्यालय नहीं खोलना चाहते। आज धरना आंदोलन पर आंदोलन में भाग ले रहे लोगों से उनके द्वारा एक साल में कितनी हवाई यात्रा टिकट खरीदी जाएगी इस संबंध में जानकारी मांगी थी। देखते ही देखते 300 से अधिक टिकट हर साल खरीदे जाने की घोषणा सिंधी सेंट्रल पंचायत के केवल 15 से 20 लोगों ने कर दी। इसमें प्रकाश बहरानी ने 15 सुनील दयालानी ने 20, विजय मनुजा ने 30,परमानंद गिडवानी 24 हरीश भगवानी टिकट खरीदने की घोषणा की यह सारे लोग अग्रिम पैसा देकर टिकट खरीदने को तैयार हैं।
रमेश लालवानी ने कहा की बिलासपुर में ढाई हजार मीटर रनवे वाले एयरपोर्ट की आवश्यकता है क्योंकि करीब 35 से 40% यात्री जो रायपुर से हवाई जहाज में बैठ रहे हैं वह बिलासपुर और आसपास के जिलों के हैं। इसलिए यहां एअरबस और बोइंग जैसे विमान उतरने की क्षमता वाला एयरपोर्ट जरूरी है। सभा में बोलते हुए सिंधी पंचायत के प्रताप राय आयलानी और राहुल पमनानी ने कहा कि समिति के द्वारा चलाया जा रहा है.यह आंदोलन जब तक हवाई सुविधा प्राप्त ना हो जाए जारी रहना चाहिए सभा को संबोधित करते हुए राकेश तिवारी ने उड़ान योजना में 600 किलोमीटर की बंदिश लगाए जाने को गलत बताते हुए कहा कि इससे बिलासपुर से महानगरों तक होने वाली उड़ान पर सब्सिडी नहीं मिलेगी और इसी कारण विमान कंपनियां बिलासपुर से महानगरों तक उड़ान के लिए सामने नहीं आ रही है और उन्होंने प्रयागराज या भोपाल जैसे शहरों के लिए उड़ान का प्रस्ताव दिया है.