बिलासपुर—हवाई सुविधा जन आंदोलन अखंड धरना के 58 वें दिन सूतसारथी और जैन समाज बिलासपुर के पदाधिकारियों ने समर्थन किया। राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा और टी.सुब्बारामी रेड्डी ने आंदोलन को हर स्तर का समर्थन देने का ऐलान किया। तन्खा ने कहा कि समिति के सदस्यों का दिल्ली में केन्द्र सरकार और विमान कंपनियेां के साथ मीटिंग कराने प्रयास करेंगे।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का अखंड धरना आंदोलन 58 वें दिन भी चला। धरना स्थल पहुंचकर सूतसारथी और जैन समाज के पदाधिकारियों ने समर्थन किया। सभा को शिव सारथी ने बताया कि छत्तीसगढ राज्य बनते समय बिलासपुर को राजधानी बनाने की मांग थी। लेकर हाईकोर्ट देकर कहा गया कि बिलासपुर के विकास में कोई कमी नहीं आएगी। आज 19 साल बाद आश्वासन झूठा साबित हुआ है । छत्तीसगढ का विकास केवल रायपुर में केन्द्रित होकर रह गया है।
महेन्द्र जैन ने कहा कि बिलासपुर से अन्य प्रदेशो की यात्रा में बहुत समय लगता है। यही कारण है कि लोग बिलासपुर में बडा व्यवसाय करने से कतराते है। बिलासपुर में कोई भी बडी कंपनी अपना कार्यालय भी नहीं खोलना चाहती है। जोन आंदोलन को याद करते हुए महेन्द्र जैन ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के कारण मांग पूरी हुई थी। लेकिन इस उपलब्धि का श्रेय जनआंदोलन को ही जाता है। जैन ने कहा कि बिलासपुर में एसईसीएल, रेल्वे जोन, एनटीपीसी, केन्द्रीय विष्वविद्यालय और हाई कोर्ट है। शायद देश का इकलौता शहर है जहां इतने प्रमुख कार्यालय होने के बाद भी एक हवाई अड्डा भी नही है।
धरना प्रदर्शन में सारथी समाज से संजय सारथी, गौरव श्रीवास, अमन राठौर, दिनेश सारथी, सानिध्या सिंह सारथी, डाॅली सारथी, ईशान्त सारथी, राजकुमार सारथी, शिवांषी सारथी, रश्मि सारथी, सावित्री सारथी, कंचन सारथी, मोहन सारथी मौजूथ थे। आंदोलन में जैन समाज से वीर कुमार जैन, आर.एस.जैन, सुशमा कश्यप, मनोज कुमार जैन, संजय जैन, सुनील जैन, धन्य कुमार जैन, डाॅ.सुप्रीत जैन, सनत जैन, कैलाष जैन, जयकुमार, विकास जैन, समीर जैन, मनोरमा जैन ने हिस्सा लिया।
राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा और टी.सुब्बारामीरेड्डी ने किया समर्थन
धरना स्थल पहुंचकर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और टी.सुबाबारामी रेड्डी ने आंदोनल का समर्थन किया। व्यस्त कार्यक्रम के बीच धरना स्थल पहुंचकर विवेक तन्खा ने समिति के अभियान को उचित बताया। राज्य सभा के दोनों सांसदों कहा कि बिलासपुर में हवाई सुविधा के लिए चल रहे अखण्ड धरना आंदोलन का समर्थन करते हैं। तन्खा ने बताया कि 16 नवम्बर को तिफरा ओव्हर ब्रिज जाम में फंस जाने के कारण आंदोलन में शामिल नही हो पाया था। आज एक बार फिर आंदोलन में शामिल होने का मौका मिला।
तन्खा ने बताया कि बिलासपुर में हवाई अडडे की मांग उचित है। विवेक तन्खा ने इस दौरा4न अपने भाषण में कहा कि मैं रोटेरियन एस.पी. चतुर्वेदी के बातों का समर्थन करता हूं कि बिलासपुर को राज्य निर्माण के बाद तवज्जों नहीं दिया गया है। बिलासपुर की हालत उनके गृह नगर जबलपुर के जैसी ही है। दोनो महत्वपूर्ण शहर हैं। दोनेा जगह अपने अपने राज्य के उच्च न्यायालय है। बावजूद इसके विकास का पैसा राज्यों की राजधानी के आसपास सिमट कर रह जाता है।
तन्खा ने बताया कि बिलासपुर के दर्द को भली भांति समझ रहा हूं। हवाई सुविधा की मांग का हर स्तर पर समर्थन भी करता हूं। तन्खा ने कहा कि बिलासपुर का एक प्रतिनिधि मण्डल दिल्ली आए। इस दौरान प्रतिनिधिमण्डल की मुलाकात केन्द्र सरकार के मंत्रियों के साथ ही विभिन्न विमानन कंपनियों के टाॅप मैनेजमेन्ट से कराने का प्रयास करूंगा।
सभा को राज्यसभा सांसद टी.सुब्बारामीरेड्डी ने भी संबोधित किया। तिरूपति मंदिर प्रबंधन समिति के पूर्व अध्यक्ष, उद्योगपति, चांदनी, लम्हे और स्वामी विवेकानंद जैसी फिल्मों के निर्माता ने कहा कि बिलासपुर वालों की दर्द को समझ सकता हूं। क्योकि मुझे रायपुर से दिल्ली आने में जितना समय नही लगता उससे कहीं ज्यादा समय रायपुर से बिलासपुर आने में लग जाता है। सुब्बारामीरेड्डी ने एलान किया कि सभी संपर्क सूत्रों का प्रयोग कर बिलासपुर क्षेत्र की जायज मांग को पूरा कराने हर स्तर पर प्रयास करूंगा।
सभा को महेश दुबे, सुशांत शुक्ला , विजय केशरवानी, नरेन्द्र बोलर, रामशरण यादव, अकबर खान ने भी संबोधित किया गया। राकेश शर्मा ने आभार प्रदर्शन किया।