1 साथ दो विमान खड़े हों..टेण्डर प्रक्रिया शुरू..किया जाएगा टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार.कोर्ट ने कहा.हम भी गवाह होते ..4C याचिका को लेकर होगी सुनवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—–बुधवार को उच्च न्यायालय में हाई कोर्ट प्रैक्टिसिंग बार और कमल दुबे पत्रकार की याचिका की सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई शुरू होने से पहले बार अधिवक्ताओं ने खड़े होकर डिवीजन बेंच में मुख्यंयाधीश राम चन्द्र मेनन और न्यायमूर्ति पी पी साहू के प्रति आभार जाहिर किया। अधिवक्ताओं ने बताया कि उच्च न्यायालय के प्रयासों से बिलासपुर में एयरपोर्ट स्टार्ट हो गया है। उपलब्धि बिलासपुर के लिए बड़ी और ऐतिहासिक है। 
 
            बुधवार को उच्च न्यायालय में चकरभाठा एअरपोर्ट को लेकर सुनवाई हुई। सुनवाई शुरू होने से पहले प्रैक्टिसिंग बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने खड़े होकर डीविजन बैंच का सम्मान किया। अधिवक्ताओं ने बताया कि हाईकोर्ट के प्रयास से चकरभाठा एअरपोर्ट शुरू हो गया है। यह बिलासपुर के लिए बहुत बडी उपलब्धि है।
              मुख्यंयाधीश ने कहा कि मैं 1 मार्च को बिलासपुर में नही था । यदि  होता तो निश्चित रूप से विशेष मौके को देखने जाता। मुख्यंयाधीश ने बताया कि हम तो न्यायालय के रूप में आपके प्रयासों, दस्तावेजों और बहस के आधार पर समय समय पर आदेश देते हैं। आदेशो को सभी सरकार और अधिकारियों ने लागू करवाया है । वास्तव में यह मामला जनहित का विषय था। ,मुख्यमंत्री और केंद्रीय सिविल एविएशन मंत्री के सार्थक पहल से 1 मार्च 2021 को पहली उड़ान के साथ हवाई सेवा शुरू हुई है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि जनहित याचिका के याचिकर्ताओ और  राज्य सरकार ,केंद्र सरकार के वकीलों ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।
 
                प्रैक्टिसिंग बार की तरफ से वकील सुदीप श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव और संदीप दुबे ने भी आभार जाहिर किया। सतीश चंद्र वर्मा और सुदीप श्रीवास्तव ने बताया कि चकरभाटा एअरपोर्ट में अभी एक समय में ए विमान ही खड़ा हो सकता है। एअरपोर्ट में और विमान खड़े हो सके इसके लिए राज्य सरकार टेंडर की प्रक्रिया शुरू की है। दोनो अधिवक्ताओं ने बताया कि टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार भी सरकार शीघ्र करेगी।
 
             आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि महाराणा प्रताप चौक से एयरपोर्ट तक लाइट की सुविधा नही है। ट्रैफिक को व्यवस्थित करने की जरूरत है। कोर्ट ने सरकार से कहा कि मामले को गंभीरता से लिया जाए।
 
           संदीप दुबे ने बताया कि उच्च न्यायालय में पहली याचिका है । महाधिवक्ता बनने से पहले सतीश वर्मा याचिकर्ता प्रैक्टिसिंग बार की तरफ से खड़े हुए। महाधिवक्ता बनने के बाद उच्च न्यायालय के परमिशन से राज्य की तरफ से खड़े हुए है। फिर सुदीप श्रीवास्तव बार की तरफ से खड़े हो रहे है। न्यायालय ने कहा याचिका को 4C लायसेंस तक जारी रखे। आज कोर्ट में सतीश वर्मा, सुदीप श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, संदीप दुबे,सुदीप अग्रवाल,रमाकांत मिश्रा, अवध त्रिपाठी, प्रतीक शर्मा,आलोक रिषि, राजेश केशरवानी, राजकुमार गुप्ता, अनुमेह श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, अरविंद सिन्हा,न्यायालय ने 4 हफ्ते बाद मामले को रखा । सुविधाओं के विस्तार का जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया।
 
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