10 लाख रूपए से अधिक का प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा बरामद..4 गिरप्तार …पुलिस कप्तान ने बताया…व्यापक है आरोपियों का नेटवर्क..

BHASKAR MISHRA
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दुर्ग—- दुर्ग पुलिस ने नए साल के पहले ही दिन लाखों की प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा बरामद किया है। जिले के वरिष्ठ पुलिस कप्तान अजय यादव ने बताया कि कार्रवाई नशामुक्ति अभियान के मद्देनजर की गयी है। गुरूवार की रात व्यापक कार्रवाई के तहत चार आरोपियों की गिरफ्तारी समेत करीब दस लाख से अधिक कीमत की प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा को जब्त किया गया है।
 
                       दुर्ग पुलिस कप्तान अजय यादव ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि जिले की पुलिस को छेड़े गए नशामुक्ति अभियान के तहत प्रतिबंधित दवाओं का जखीरा मिला है। प्रतिबंधित दावाओं के अवैध कारोबार में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
 
          पत्रकारों से सवाल जवाब के दौरान वरिष्ठ पुलिस कप्तान ने बताया कि अवैध कारोबार के खिलाफ जेवरा पुलिस ने विशेष कार्रवाई की है। गुरूवार की रात जेवरा पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ निगरानी शुदा बदमाश प्रतिबंधित दावाओं का व्यापार कर रहे हैं। मामले में सीएसपी दुर्ग को एक्शन लेने का आदेश दिया गया।
 
            जरूरी निर्देश मिलने के बाद सीएसपी विवेक शुक्ला, डीएसपी क्राइम प्रवीणचन्द तिवारी की अगुवाई में टीम बनाकर आरोपियों की घेराबन्दी हुई। घेराबन्दी के बाद नशे के चार सौदागरों को पकड़ा गया। एसएसपी अजय यादव ने बताया कि पुलिस की टीम ने अमृत देवांगन, ऊर्फ रिंकू, सुनील भोई और अमनप्रीत सिंह को घेराबन्दी कर पकड़ा। तीनों बाइक से शंकराचार्य जुनवानी की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने तीनों को धर दबोचा। 
 
              पुलिस कप्तान ने पत्रकारों को बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों के घर और कार से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कोडिन शिरप और अल्फ्राजोलम टेबलेट को बरामद किया गया। अमृत देवांगन के पास से आठ पेटी कोडिन शिरप और 21 पेटी अल्फ्राजोलम के टेबलेट को बरामद किया गया। इसके अलावा सुनील भोई के पास से दो पेटी और अमनप्रीत सिंह के पास दो-दो पेटी प्रतिबंधित दवाइयों के जखीरे को जब्त किया गया। 
 
               पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया कि प्रतिबंधित दवाईयां  का उपयोग नशे के रूप में लोग करते हैं। अमृत देवांगन, सुनील भोई और अमनप्रीत ने बताया कि वे लोग कोडिन शिरप और अल्फ्राजोलम टेबलेट जुनवानी रोड भिलाई स्थित मनोज कुमार रमानी के जे.जे. इन्टरप्राइजेज से खरीदते हैं। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार के ठिकाने पर छापामार कार्रवाई की। पुलिस को मुकेश के गोदाम से भारी मात्रा में प्रतिबंधित कोड़िन शिरप और नशे में उपयोग होने वाली टेबलेट को बरामद किया। 
 
              अजय यादव ने जानकारी दी कि चारो आरोपियों के पास से पुलिस को कुल 60 पेटी यानि 7200 नग कोडिन शिरप मिले है। इसके अलावा आरोपियों के ठिकाने से 19 डिब्बा अल्फ्राजोलम टेबलेट को बरामद किया गया है। बरामद दवाईयों की कीमत करीब दस लाख रूपयों से अधिक है। 
 
        पुलिस कप्तान ने बताया कि मनोज कुमार पिता सिवन लाल रमानी उम्र 35 साल सूर्यविहार जुनवानी रोड भिलाई का रहने वाला है। अमृत देवांगन ऊर्फ रिंकू पिता हरिनारायण हनुमान मंजिक कायस्थपारा का निवासी है। सुमित भोई पिता अजय भोई बांसपारा न्यू बस स्टैण्ड का रहने वाला है। अमनप्रीत सिंह पिता गोपाल सिंह ढिल्लन सेक्टर-7 भिलाई में रहता है। 
 
अजय यादव ने बताया कि संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि आरोपियों के तार किसी बड़े नेटवर्कं से जुड़े है। आरोपी दुर्ग समेत बालोद, बेमेतरा और अन्य पड़ोसी जिलों में प्रतिबंधित दवा खपाते थे। चारों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/22 (ख) के तहत अपराध दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
 
 

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