10 हजार स्वच्छता दीदीओं को तोहफा…बढ़ गया मानदेय…सीएम ने निकाय अध्यक्षों को दिया वित्तीय अधिकार

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरीय निकायों ने रायपुर में आयोजित एक कार्यशाला में स्वच्छता दीदियों के मानदेय में बृद्धि की घोषणा की है। नगर पालिका/पंचायत अध्यक्षों को एक बार फिर वित्तीय अधिकार दिए जाने का एलान किया है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग कार्यशाला के दौरान सीएम ने बघेल ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 पुरस्कार योजना के तहत प्रदेश के 23 नगरीय निकायों को सम्मानित किया। उन्होंने आवास योजना के अंतर्गत मोर प्रदर्शन – मोर सम्मान बुकलेट, मोर जमीन – मोर मकान मार्गनिर्देशिका, मोर मकान – मोर चिन्हारी मार्गनिर्देशिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को रायपुर में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के रेन वॉटर हार्वेस्टिंग विषय पर आयोजित कार्यशाला में शिरकत किया। इस सीएम ने निकाय प्रतिनिधियों समेत स्वच्छता अभियान से जुड़ी दीदीओं के लिए सौगातों का पिटारा खोला। सीएम ने कहा अब तक स्वच्छता दीदियों को कुल 5000 रु प्रति माह मानदेय राशि प्राप्त होती थी। राशि को बढ़ाकर 6000 रु प्रति माह किया जाएगा। इस घोषणा का लाभ प्रदेश की दस हज़ार स्वच्छता दीदियों को मिलेगा।
 
दीदीओं को मिला तोहफा
              बताते चलें कि प्रदेश के 166 नगरीय निकायों में दस हज़ार स्वच्छता दीदियों के माध्यम से प्रतिदिन घर घर से गीले-सूखे  कचरे को एकत्रित किया जाता है। दीदियों के प्रयास के कारण मार्च महीने में राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ राज्य को पुरस्कृत किया था।
अध्यक्षों को वित्तीय अधिकार
            इसके अलावा कार्यशाला में सीएम ने एलान किया कि नगर पालिक और पंचायत अध्यक्षों को एक बार फिर वित्तीय अधिकार दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि विकास कार्यों से किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा। प्रत्येक नगर निगम को आबादी  और आवश्यकता के अनुसार 5 से दस करोड़ रुपए 44 नगर पालिकाओं को एक-एक करोड़ दिए जाएंगे। 111 नगर पंचायतों को 50-50 लाख रुपया मिलेगा।
सीएम ने कहा जल है तो कल है
                         जल संकट पर चिंता जाहिर करते हुए सीएम ने कहा कि जल है तो कल है। जल को बचाने में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सफल है। उन्होने यह भी कहा कि हमारे लिए रेन हार्वेस्टिंग नई बात नही है। हमारे पुरखे गुजरात और राजस्थान में पानी का संरक्षण करते थे। सबसे अच्छा जल संरक्षण का उदाहरण पोरबंदर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के घर में देखने को मिलता है। महात्मा गांधी के घर में छत का पानी घर के आंगन बने कुंए में एकत्र किया जाता था।
किया अनुभवों को साझा
                 मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों के साथ-साथ गांवों की गलियों, सड़को और आंगन में कांक्रीटीकरण कर दिया गया है। जिसके कारण पानी जमीन के अंदर नहीं जा पाता है । लोग अपने आंगन के कुंए में छत का पानी एकत्र कर सकते हैं।  असफल बोर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग से जोड़ सकते है या छत का पानी जमीन के अंदर डाल सकते है। उन्होने रेन हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर अपने अनुभवों को भी साझा किया।  मुख्यमंत्री ने कहा 2001 मे अपने घर  में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग करवाई थी। गर्मियों में  मोहल्ले के बोर में पानी सूख गया लेकिन मेरे घर में पानी था।
रेन हार्वेस्टिंंग का लक्ष्य
                                कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगरीय प्रशासन मंत्री डाॅ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 47 हजार भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।  अबतक 15 हजार 500 भवनों में कार्य पूरा हो चुका है। प्रदेश में पेयजल आवर्धन योजनाओं के माध्यम से 3 लाख 50 हजार परिवारों को उनके घर में नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति की जाएगी।
                  खाद्य मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि ग्लोबल वार्मिग की वजह से मौसम बदल रहा है। चेरापूंजी में सबसे अधिक वर्षा होती थी लेकिन अब वहां एक-एक बूंद के लिए लड़ाई होती है। पहले चेक डेम से वाटर रिर्चाजिंग हुआ करता था। लेकिन यह ज्यादा सफल नहीं हो पाया। राज्य सरकार ने नरवा योजना के माध्यम से प्राकृतिक जल स्त्रोतों को पुर्नजीवित करने का प्रयास किया है।
विभागीय पोर्टल का लोकार्पण
                       मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की  ई-गर्वनेस परियोजना पर तैयार विभागीय पोर्टल, स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए तैयार वीडियो, पौनी पसारी योजना के दिशा-निर्देशों पर ब्रोशर का विमोचन किया। बघेल ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 पुरस्कार योजना के तहत प्रदेश के 23 नगरीय निकायों को सम्मानित किया।  आवास योजना के अंतर्गत मोर प्रदर्शन – मोर सम्मान बुकलेट, मोर जमीन – मोर मकान मार्गनिर्देशिका, मोर मकान – मोर चिन्हारी मार्गनिर्देशिका का विमोचन किया। स्वच्छता मिशन के तहत नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी ’’सुघ्घर घर दुआरी पत्रक’’, स्वच्छता पाॅकेट बुक, स्वच्छता सिरमौर-शहरी छत्तीसगढ़ बुकलेट, महिला स्वच्छता आर्मी बुकलेट और महिला स्वसहायता समूह के ब्रांडिग लोगो दुलारी का विमोचन किया।
                    इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग की विशेष सचिव अलरमेलमंगई डी. समेत नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के अध्यक्ष, सभापति, नगरीय विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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