जानकारी के अनुसार कोसन साहू को नौकरी के नाम पर लाखों रूपए का चूना लगाने वाले सरगना को पुलिस ने हिरासत में लिया है। कोसन साहू खण्डोदाखुर्द कबीरधाम का रहने वाला है। तीन साल पहले प्रंशात जियाले ने कोसन साहू से नौकरी लगाने के नाम पर 12 लाख से अधिक रूपए लिए थे। जियाले ने कोसन को बताया कि उसका पुलिस,राजस्व और शिक्षा जगत में ऊंची पकड़ है। इन तीनों में कहीं भी उसकी नौकरी लगा सकता है। झांझे में आकर कोसन साहू ने12 लाख 50 हजार रूपए तीन किश्तों में प्रशांत और उसके साथियों को दिया।
पुलिस डायरी में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कोसन ने जरहाभाठा मंदिर चौक के पास मनोज सोनवानी,आशाकांत और प्रशांत जियाले को रूपए अलग अलग किश्तों में दिया। प्रार्थी जब भी नियुक्ती पत्र की बात करता तो तीनो इधर उधर की बात कर टाल देते थे। तीन साल बाद कोसन को ठ़गी का अहसास हुआ। सिविल लाइन थाना पहुंचकर तीनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया। रिपोर्ट के बाद सिविल लाइन पुलिस को तीनो की तलाश थी।
जगदलपुर पुलिस लाइन में कार्यरत आरक्षक की पतासाजी को गई टीम को मालूम हुआ कि मनोज छुट्टी पर है। गृहग्राम ड़ोड़की मस्तूरी में भी आरक्षक मनोज सोनवानी का पता नही चला। एक दिन पहले पुलिस को सूचना मिली कि आरक्षक मनोज अपने घर पर है। पुलिस ने दबिश देकर मनोज को हिरासत मे लिया। महिला शिक्षाकर्मी आशाकांत और छात्र प्रशांत जिवाले अभी भी फरार है।