ससुराल वालों ने महिला को बांझ और टोनही कह घर से निकाला..दहेज के लिए किया प्रताडित..पिता को भी नहीं छोड़ा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पति और ससुराल वुालों से दहेज को लेकर प्रताडित महिला ने महिला थाना पहुंचकर पति सास, श्वसुर और दो ननद के खिलाफ शिकायत की है। पीड़ित महिला प्रीति शर्मा ने बताया कि शादी के बाद से ससुराल वाले दहेज के लिए ना केवल लगातार दबाव डालते रहे। बल्कि जब तब मारपीट कर टोनही और बांझ की उलाहना भी देते रहे। दो दिन पहले ससुराल वालों ने दहेज के नाम पर मारपीट कर घर से निकाल दिया है। जब उसके पिता ससुराल वालों को समझाने पहुंचे तो उन्हें ना केवल भला बुरा कहा गया। बल्कि घर के बाहर से ही लौटा दिया गया। 
    
                ससुराल वालों से दहेज को लेकर प्रताड़ित प्रीति शर्मा ने आज महिला थाना पहुंचकर पति समेत ससुराल में रहने वाले अन्य सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है।
 
                अपनी लिखित शिकायत में प्रीति शर्मा ने महिला थाना को बताया कि उसका मायका बालोद में है। 12 माई 2019 को आशीष शुक्ला पिता मनोहर शुक्ला से शादी हुई। ससुराल कसडोल बस स्टैण्ड के सामने है। वर्तमान में वह इन्द्रसेन नगर, 27 खोली होलीक्रास स्कूल के पीछे मंगला में रहती है।
 
                प्रीति ने जानकारी दी कि शादी के कुछ दिनों बाद ससुराल वालों ने दहेज और  गहने कम मिलने को लेकर उलाहना देना शुरू कर दिया। जबकि उसके पिता ने शादी के समय ससुराल वालो को 1 लाख 50 हजार रूपये नगद और 10 तोला गहना दिया था। इसके अलावा अन्य  लाखों रूपए खर्च कर घरेलू समान भी दिए थे। बावजूद इसके ससुराल वाले बार-बार दहेज को लेकर परेशान करते रहे। खासकर सास- सतरूपा शुक्ला, ससुर मनोहर शुक्ला, बड़ी ननंद  शुभा तिवारी पति रवि तिवारी ने बहुत ज्यादा परेशान किया। प्रीति ने बताया कि बड़ी ननद पति के साथ उसके ससुराल में ही रहती है। छोटी ननंद का नाम स्वधा शुक्ला पति अजीत दुबे है। 
    
                  प्रीति ने बताया कि सभी लोग मिलकर शादी के कुछ दिनों बाद से दहेज कम होने को लेकर प्रताडित करते रहे। पति आशीष ने भी ससुराल से रूपए लाने के लिए हमेशा दबाव बनाया। और हमेशा एक ही बात दोहराता कि 10 लाख रूपये लोन लिया हूँ । किस्त ता भुगतान करना पड़ रहा है। तुम भी काम करती हो तो तुम्हारे पास भी पैसे है। मुझे लोन पटाने के लिए दो। तुम्हारे पास नहीं है तो अपने पिता के घर से लाकर दो। यदि रूपए नहीं दिये तो जीना मुश्किल कर दूंगा।प्रीति ने पुलिस को बताया कि इस दौरान आशीष ने दबावपूर्वक ना केवल सम्बन्ध बनाया। और हर बार बांझ होने की उलाहना भी देता रहा। बात बात पर बच्चा नहीं पैदा करने का दोष मढ़ता भी रहा। 
 
        प्रीति ने बताया कि तमाम परेशानियो के बावजूद सब कुछ सहती रही। 6 जुलाई 2020 को पति ने उसके मार-पीट की। गंदी-गंदी गालियां देकर घर से निकाल दिया। इसके बाद उसने सिरगिट्टी में कगने वासी छोटी बहन के पति जीतेन्द्र चौबे को स्थिति के बारे में बताया। कुछ देर बाद छोटी बहन का पति घर आया और अपने साथ लेकर गया। इस दौरान जितेन्द्र चौबे ने ससुराल वालो को समझाने का प्रयास किया। लेकिन कोई असर नहीं हुआ। 
 
                 मामले की जानाकारी अपने पिता को दी। 11 जुलाई को पिताजी छोटी बहन के साथ बालोद से बिलासपुर आए। मंगला स्थित आशीष शुक्ला के घर गए। और उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन ससुराल वालों ने पिता और बहन को घर के अन्दर ही घुसने नहीं दिया। इसके बाद पिता के साथ  बालोद  आ गयी। प्रीति ने अपनी शिकायत में बताया कि ससुराल वाले उसे बांझ और टोनही कहते हैं। उसे ससुराल वालों से जान का खतरा है। 
 
                                         मनोहर शुक्ला, सास सतरूपा शुक्ला, ननद शुभा तिवारी और स्वधा दुबे के खिलाफ अपराध दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सभी के खिळाफ आईपीसी की धारा 480 (ए) और 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों की बहुत ही जल्द गिरफ्तारी होगी।
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