करीब 15 हजार अभ्यर्थियों की नियुक्ति का मामला : आम आदमी पार्टी का आमरण अनशन ज़ारी, 12 जुलाई को प्रदेश भर में होगा प्रदर्शन

Chief Editor
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बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में विभिन्न विभागों में करीब 15 हज़ार  अभ्यर्थियों की नियुक्ति की प्रक्रिया रुकी हुई है। इस पर सरकार कोई फ़ैसला नहीं कर रही है । इसके विरोध में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी व उत्तम जायसवाल प्रदेश सचिव  अनशन पर बैठे हैं। इसके समर्थन में  बिलासपुर आम आदमी पार्टी के साथ डीएड बीएड संघ, प्रेरक संघ, विद्या मितान, एस आई भर्ती संघ रविवार 12 जुलाई को स्थानीय नेहरु चौक में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति एवं अन्य रिक्त पदों पर भर्ती की मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।

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चयनित अभ्यर्थियों की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी पिछले 3 जुलाई से आमरण अनशन पर हैं  । उनके समर्थन में लगातार अन्य संगठन के पदाधिकारियों द्वारा लगातार अनशन स्थल पर आकर समर्थन का दौर चल रहा हैं।

पार्टी जिलाध्यक्ष प्रथमेश ने कहा है कि आमरण अनशन को आज नौ दिन हो गए है।  लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी ठोस आश्वासन नही मिल रहा है व लगातार  कोमल हुपेंडी  व उत्तम जयसवाल को शारीरिक कमजोरी का अहसास हो रहा है। इस मामले पर जल्द कोई कार्यवाही नही होती है तो 12 जुलाई को प्रदेश व्यापी आंदोलन के तारतम्य में बिलासपुर में भी प्रदर्शन होगा  ।  जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।

   पार्टी प्रवक्ता शिवनाथ केशरवानी ने कहा हमें इस आंदोलन के लिए प्रेरक संघ ,सब इंसपेक्टर अभ्यर्थियों, विद्यामितान के अध्यक्ष, , चयनित शिक्षक संघ के अध्यक्ष का समर्थन मिला है और भी बेरोजगार युवाओं के बनाये गए संगठन के द्वारा हमको लगातार समर्थन मिल रहा है ।

सरकार  को अपने घोषणा पत्र अनुसार अपने वादों को पूरा करना होगा ।  अन्यथा प्रदेश के इन युवाओं को आंदोलन से कोई भी नही रोक सकता ।  वे स्वमेव इस आंदोलन की रूपरेखा बना कर आंदोलन को मजबूर होंगे।

जिलासचिव विनय जयसवाल ने कहा है कि धारा 144 केवल हमारी पार्टी के लिए लगाई गई है । हमारे आंदोलन को कुचलने के लिए इस धारा का प्रयोग किया जा रहा है । छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था सत्ता पक्ष के लिये अलग व विपक्ष के लिए अलग भूमिका निभा रही है । जो कि गलत हैं।

कानूनी कार्यवाही सही तरीके से हो तो कांग्रेस की पूरी केबिनेट के ऊपर एफआईआर हो सकती है । सबने पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य वृद्धि पर हजारों की संख्या में प्रदर्शन किया  । इस दौरान धारा 144 व महामारी की धारा 188 का उल्लंघन किस प्रकार हुआ सभी ने देखा है।

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