बिलासपुर— देश और प्रदेश विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। इसका अहसास आम से लेकर खास तक सभी को है। छोटे बड़े सभी कर्मचारी अपने स्तर पर कोरोना पीड़ितों के लिए बढ़ चढ़कर सहयोग दे रहे हैं। इसी क्रम में साधारण मानदेय पाने वाली आंगनबाड़ी कारायकर्ता और सहायिकाओं की बिलासपुर संगठन ने भी कोरोना प्रभावितों के लिए एक दिन का वेतन देने का एलान किया है। आंगनबाड़ी सहायिकाओं और कार्यकर्ताओं की तरफ से संगठन प्रमुख ने सहमति पत्र जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह को दिया है।सीजीवालडॉटकॉम के टेलीग्राम ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे,और रहे देश,प्रदेश की खबरों से अपडेट
जानकारी हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना पी़ड़ितों के सहयोग में एक साल तक अपने वेतन में तीस प्रतिशत कटौती का एलान किया है। सीएम ने एलान किया है कि तीस प्रतिशत वेतन जनहित में खर्च होंगे। मुख्यमंत्री के एलान के बाद बिलासपुर में जिले की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने भी बड़ा कदम उठाया है।
बिलासपुर जिले की सभी 1925 आंगनवाड़ी केंद्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहिकाओं ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का मानदेय देने का एलान किया है। जानकारी हो कि आंगबाड़ी सहिकाओ और कार्यकर्ताओं को अपेक्षा से बहुत कम मानदेय मिलता है। बताते चलें कि जिस दिन लाकडाउन का एलान किया गया था..ठीक उसी दिन मानदेय बढ़ाए जाने को लेकर जिले की आंगनबाड़ी और सहाकाओं ने सरकार से गुहार लगाने रायपुर गयी थी।
बहरहाल बिलासपुर जिले की 1925 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहिकाओं ने साबित किया है कि बेशक छोटे कर्मचारी हैं…लेकिन दिल बहुत बड़ा रखती हैं। आंगनबाडी सहायिका और कार्यकर्ताओं ने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए जाने के एलान पर कर्मचारी जगत तालियों से स्वागत किया है। लोगों ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को मैदानी कर्मचारी भी कहा जाता है। उन्हे अच्छी तरह पता है कि लाकडाउन के दौरान गांवों की क्या हालत है। गांव कितने कष्ट में जी रहा है। निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने एक दिन का मानदेय देने का एलान कर बड़ा दिल रखने का परिचय दिया है।
कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की तरफ से मंगलवार को सहमति पत्र संघ की जिलाध्यक्ष सुनीता सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह को दिया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी संघ की तरफ से सहमति पत्र दिया गया है। मामले की जानकारी जिम्मेदार लोगों तक पहुंचा दी गयी है।