2019 तक नेट से जुड़ जाएंगी सभी पंचायतें

Chief Editor
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रायपुर ।  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि दुनिया में सामाजिक परिवर्तन के लिए अब तक जितनी भी क्रांतियां हुई है, उनमें आधुनिक युग की डिजिटल क्रांति का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। डॉ. सिंह ने कहा कि कम्प्यूटर, इंटरनेट और मोबाइल फोन पर आधारित डिजिटल क्रांति आम जनता के जीवन को सहज, सरल और सुविधाजनक बनाने में काफी सहायक साबित हो रही है। डिजिटल क्रांति असीमित क्षमताओं और संभावनाओं से परिपूर्ण है। डिजिटल सेवाओं से सरकार और जनता के बीच नजदीकी बढ़ने के साथ-साथ सरकारी काम-काज में पारदर्शिता भी आती है।  सूचना और संचार क्रांति के नये संसाधनों से लोगों के जीवन में काफी बदलाव आ रहा है।
मुख्यमंत्री सोमवार को  दोपहर डिजिटल भारत सप्ताह के राज्य स्तरीय समारोह में नागरिकों के लिए विभिन्न डिजिटल सेवाओं का शुभारंभ और लोकार्पण करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के डिजिटल भारत के सपने को साकार करने और आम जनता के जीवन से जुड़ी हर प्रकार की सरकारी सेवाओं को अंतिम छोर के गांवों तक ऑन लाइन पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार वचनबद्ध है। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में इस दिशा में विगत आठ-दस वर्षों में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। धान खरीदी के कार्यों का और सार्वजनिक वितरण प्रणाली का भी हमने कम्प्यूटरीकरण किया है। ई-सेवाओं के माध्यम से पेयजल और बिजली संबंधी समस्याओं का त्वरित निराकरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि मोबाइल कम्पनियों के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में मोबाइल फोन धारकों की संख्या लगभग एक करोड़ 50 लाख तक पहुंच गई है। आधुनिक सूचना टेक्नॉलाजी के जरिये हम इतनी बड़ी संख्या में लोगों को ऑन लाइन सरकारी सेवाओं का लाभ दिला सकते हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 तक छत्तीसगढ़ की लगभग दस हजार ग्राम पंचायतों को भौगोलिक सूचना प्रणाली से जोड़ने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि साक्षरता के साथ-साथ अब डिजिटल साक्षरता भी काफी महत्वपूर्ण हो गई है।
समारोह का आयोजन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सभागृह में राज्य सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग तथा उच्च शिक्षा विभाग द्वारा किया गया। समारोह की अध्यक्षता उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा मंत्री  प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने की। पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री  अजय चन्द्राकर और लोक निर्माण तथा परिवहन मंत्री  राजेश मूणत समारोह में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्य सचिव  विवेक ढांड, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव  एन.के. असवाल, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के प्रमुख सचिव  अमन कुमार सिंह, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. बी.एल. अग्रवाल, जनसम्पर्क विभाग के सचिव  गणेश शंकर मिश्रा और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाण्डेय भी समारोह में मौजूद थे।

डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर बटन दबाकर प्रदेशवासियों के लिए कई डिजिटल सेवाओं का शुभारंभ किया, जिनमें मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री डैश पोर्टल भी शामिल है। इस पोर्टल के जरिये मुख्यमंत्री सभी शासकीय योजनाओं की निरंतर निगरानी और समीक्षा कर सकेंगे। उन्होंने इसके अलावा कैम्पस कनेक्ट पोर्टल का भी लोकार्पण किया। इस पोर्टल में प्रदेश के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों का डाटाबेस उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कार्यक्रम में राजधानी रायपुर के छह प्रमुख स्थानों – शासकीय विज्ञान महाविद्यालय, दूधाधारी बजरंग शासकीय कन्या महाविद्यालय, नवीन विश्राम भवन, कलेक्टोरेट, गांधी उद्यान और सेन्ट्रल पार्क (नया रायपुर) के लिए और बिलासपुर स्थित  पंडित सुंदर लाल शर्मा (ओपन) विश्वविद्यालय के लिए भी वाई-फाई सेवा का लोकार्पण किया। डॉ. सिंह ने पंडित सुन्दर लाल शर्मा विश्वविद्यालय के लिए ई-लाइब्रेरी की भी शुरूआत की। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के लोकसेवा केन्द्रों के लिए राजस्व विभाग की छह सेवाओं (नामांतरण, बटांकन, सीमांकन आदि) सहित समाज कल्याण विभाग की पेंशन सेवाओं के पांच एप्लीकेशनों का तथा ई-जिला सेवाओं के लिए आई ओ एस मोबाईल एप और रिपोर्टिंग मोबाइल एप, एकीकृत डिजिटल छत्तीसगढ़ के मोबाइल एप और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रशिक्षण मोबाइल एप का भी लोकार्पण किया।
समारोह में मुख्यमंत्री ने डिजिटल छत्तीसगढ़ के समेकित मोबाइल एप सहित विद्युत कनेक्शनों के आवेदनों के लिए ऑन लाइन एप्लीकेशन, स्कूली बच्चों की मध्यान्ह भोजन योजना के लिए साफ्टवेयन एप्लीकेशन, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के लिए ‘इज ऑफ डूईंग बिजनेस’ वेबसाइट, का भी लोकार्पण किया।

 

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