वाड्रफनगर(आयुष गुप्ता)।बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अधिकारी जो कि 22 वर्षों से एक मामले में फरार चल रहे थे उन्हें पुलिस चौकी वाड्रफनगर द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया ।प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 1996 में वन परिक्षेत्र अधिकारी वाड्रफनगर एम पी सिंह के कार्यकाल में क्षेत्र अंतर्गत वनों से लगभग ₹600000 की हल्दु करम) की लकड़ी की अवैध कटाई के मामले में अपराध दर्ज हुआ था ।इसमें कुल 3 लोगों के विरुद्ध अपराध दर्ज था जिसमें से दो लोग न्यायालय द्वारा जमानत पर बाहर थे किंतु यहां कार्यरत महेंद्र प्रताप सिंह छत्तीसगढ़ एमपी बंटवारे में एमपी केडर में चले गए जहां जाने के बाद उसकी इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी ।
मामला विचारण के दौरान न्यायालय द्वारा 2002 में एमपी सिंह के विरुद्ध स्थाई वारंट जारी किया गया था ।पुलिस चौकी द्वारा फरार चल रहे आरोपियों की धरपकड़ के तहत रेंजर एमपी सिंह को मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ से गिरफ्तार कर न्यायालय वाड्रफनगर पेश किया गया जहां से उन्हें जेल दाखिल कर दिया गया ।बसंतपुर थाने में अपराध क्रमांक 173 /08 धारा 420 467 468 120 बी 188 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था ।
एमपी सिंह 1 वर्ष पूर्व ही अपनी सेवा कार्य से निवृत्त होकर संविदा के रुप गोविंद गढ में कार्य कर रहे थे।जहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया ज्ञात हो कि वर्ष 1996 में सरपंचों को टी पी काटकर हल्दू (करम) की लकड़ी को काटने का अधिकार दिया गया था ।किंतु इस अधिकारों की अवहेलना करते हुए वन अधिकारियों ने वनो से काफी हल्दी लकडी की कटाई कर दी थी।
जिसकी शिकायत के बाद अपराध दर्ज हुआ था ।पुलिस चौकी वाड्रफनगर चौकी प्रभारी सुनील तिवारी ने कहा कि फरार चल रहे सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है ।22 वर्षों से फरार रेंजर को अंततः पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया।