पांच दिन में कोरोना के 2712 केस, राहत- सिर्फ 99 हुए भर्ती, ज्यादातर होम आइसोलेशन में

Shri Mi
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जयपुर।राजस्थान में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण (Corona Cases in Jaipur) अपना पांव पसार रहा है. संभावित थर्ड वेव के तौर पर राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले राजधानी जयपुर में बढ़ रहे हैं और महज चार दिन में चार हजार से ज्यादा कोरोना के मामले जयपुर में सामने आ चुके हैं. इस बीच स्टडीज ये भी कह रही है कि संक्रमितों के मामलों में अब लक्षण भी सामने आ रहे हैं. हालांकि राहत ये है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी काफी कम है.

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जनवरी माह के पांच दिनों की बात की जाए तो जयपुर में करीब 99 लोग अस्पतालों में भर्ती है और अन्य सभी होम आइसोलेशन में है. बुधवार तक जयपुर में 3 हजार से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केसेज थे. CMHO फर्स्ट डॉ. नरोत्तम शर्मा के क्षेत्र की बात की जाए तो जयपुर में करीब 12 हजार कोरोना के सैंपल प्रतिदिन लिए जा रहे हैं. वहीं CMHO सेकंड डॉ. हंसराज भदालिया के क्षेत्र की बात करें तो जनवरी के पांच दिन में 875 कोरोना संक्रमित दर्ज किये गये हैं, जिनमें से 19 लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं और 857 होम आइसोलेशन में है.

CMHO सेकंड के क्षेत्र में प्रतिदिन करीब साढ़े चार हजार कोरोना के सैंपल लिए जा रहे हैं. पांच दिन में दर्ज हुए 875 कोरोना पॉजिटिव में से 80 फीसदी के लक्षण नहीं पाए गये. जबकि 20 फीसदी ऐसे लोग थे जिनके कोरोना के लक्षण पाए गये हैं. वहीं सीएम गहलोत के निर्देश पर जयपुर एयरपोर्ट पर आज रात 12 बजे बाद से सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स से आने वाले यात्रियों की RTPCR जांच करने का जयपुर में फैसला किया गया है.

जयपुर में बुधवार को एक 33 वर्षीय युवक की भी कोरोना से मौत दर्ज की गई थी, जिसका एक निजी अस्पताल में ईलाज चल रहा था. मृतक को लेकर जानकारी मिली है कि 33 वर्षीय ये व्यक्ति लीवर की बीमारी से पीड़ित था जो 31 दिसम्बर को कोरोना पॉजिटिव हुआ और 4 जनवरी को उसकी अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई. जयपुर के लिए एक चिंता की बात ये भी है कि बुधवार को जारी हुई जयपुर की रिपोर्ट में 73 कोरोना पॉजिटिव ऐसे थे जिनके एड्रेस चिन्हित नहीं थे. अब ऐसे लोगों का खतरा ये है कि ये लोग चिन्हित नहीं है और ये संक्रमण की चेन को फैला सकते हैं.

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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