वैदिक मंत्रों के बीच 41 जोड़ों ने लिया 7 फेरा…खुशी के आंसू के साथ वर-वधु ने करा से मांगा आशीर्वाद..अतिथियों ने कहा..बढ़ गयी जिम्मेदारी

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—सीपत में विधि विधान और बाजे गाजे के साथ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति में कुल 41 जोड़ों ने सात फेरा लेकर जन्म जन्मांतर तक साथ निभाने का संकल्प लिया। मौका था सीपत में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामुहिक विवाह कार्यक्रम का। आयोजन में क्षेत्र के जनप्रतिनिधिनियों ने शिरकत कर जोड़ों को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद दिया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के कमोबेश सभी कर्मचारी और अधिकारियों ने भी व्यवस्था में कोर कसर नहीं छोड़ा। अधिकारी और कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सामुहिक विवाह के दौरान जोड़ों के परिजनों का मान सम्मान किया। वैदिक परम्परा के अनुसार काम काज को भी अंजाम दिया।
सात फेरों के साथ 41 जोड़ों का नवन जीवन में प्रवेश
 22 मार्च को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत विकासखण्ड मस्तूरी क्षेत्र के सीपत में सामुहिक विवाह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर एकीकृत बाल विकास  परियोजना मस्तूरी में 41 जोड़ों ने वैेदिक परम्परा के अनुसा्र शादी के बाद नए जीवन मे प्रवेश किया। मस्तूरी क्षेत्र के 22 और सीपत क्षेत्र के 41 जोड़ों ने सात फेरे लिए। विवाह कार्यक्रम का आयोजन शासन के निर्देश पर विधि विधान से गरिमामय वातावरण में किया गया। यज्ञ संस्कार समेत वैवाहिक मंत्रों का जाप किया गया। शंखनाद कर पुरोहित ने सभी जोड़ों को आशीर्वाद दिया। और देवताओं और जोड़ों के कुल देवाताओं को भी आशीर्वाद के लिए बुलाया। 
कार्यक्रम के पहले सभी ने मांगा आशीर्वाद 
कार्यक्रम आयोजन के शुरूआत में परम्परा अनुसार आमंत्रित जनप्रतिनिधियों ने  विधिविधान से सर्व प्रथम भगवान गणेश ,माता सरस्वती के साथ छत्तीसगड़ महतारी को प्रणाम किया। अतिथियों ने दीप जलाकर पूरे प्रदेश में पूनीत कार्य के सफल आयोजन की कामना करते हुए प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली का आशीर्वाद मांगा।
कुछ ने कहा वर पक्ष से तो कुछ कन्या पक्ष का दिया साथ
अधिकारियों ने कहा शादी कार्यक्रम के दौरान वर पक्ष के लोग दूल्हा लेकर बाजे गाजे के साथ नाच गाना करते  शादी स्थल तक पहुंचे। कन्या पक्ष की तरफ से भी वैदिक परम्परा के अनुसार बारातियों का स्वागत किया गया। खासकर एकीकृत महिला बाल विकास के कर्मचारियों ने विभाग प्रमुख डॉ.तारकेश्वर सिन्हा के मार्गदर्शन में शादी की एक एक रस्म को बखूबी के साथ निभाने में सहयोग किया। कुछ अधिकारी और कर्मचारियों ने इस दौरान अपने आप को कन्या पक्ष की तरफ से तो कुछ ने वर पक्ष की तरफ से होना बताया।
खुशी के आंसू के साथ मुखिया को किया याद
कार्यक्रम के अन्त में परम्परानुसार सभी 41 जोड़ों ने अपने जैविक माता पिता के अलावा उपस्थित जनप्रतिनिधियों का चरम स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। प्रदेश के मुखिया कका भूपेश बघेल को सभी जोड़ों के साथ जैविक माता पिता ने दिल से याद किया। शादी के बीच एक जोड़ा ने बताया कि यदि हमारे पास रूपया भी होता तो शायद ही हम इतनी अच्छी तरह से शादी का इंतजाम कर पाते। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ना केवल देश के अच्छे नेता हैं..बल्कि जमीन से जुड़े किसान पुत्र और बेटी के पिता भी है। यही कारण है कि आज हमारा घर बस रहा है। इस दौरान सभी जोड़ों के माता पिता ने प्रदेश मुखिया के प्रति अपनी भावनाओं को खुशी के आंसुओं के साथ जाहिर किया। 
 
सभी जोड़ों में गृहस्थी का सामान वितरित
विदाई के समय अतिथियों के हाथों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार सभी जोडों को गृहस्थी का सारा सामान भेट किया गया। अतिथियों ने कहा कि कन्या सामूहिक विवाह के सफल आयोजन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम समेत जिला प्रशासन के अधिकारियों को बधाई  पहुंचे। सभी ने दिन रात एक कर कार्यक्रम को सफल बनाया है। 
अतिथियों ने कहा कि कन्यादान को दुनिया का सबसे बड़ा दान माना गया है। हमें गर्व है कि शासन के प्रयास से हमें भी दान का पूनीत अवसर मिला। अतिथियों ने कहा प्रदेश सरकार का काम सिर्फ शादी कराने तक सीमित नहीं है। सच तो यह है कि शासन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी इसके बाद शुरू होती है। परिवार की प्रगति, रोजगार, बच्चों के पालन पोषण से लेकर पढ़ाई लिखाई को लेकर शासन की तमाम योजनाएं संचालित हैं। इन योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचे। तब जाकर हमारी जिम्मेदारी पूरी होगी। अतिथियों ने जोर देकर कहा…नया जीवन रेल की तरह है। इसलिए कम या ज्यादा के चक्कर में नहीं पड़ कर गृहस्थी को रेल की तरह चलाना है। 
अतिथियों ने किया शिरकत
कार्यक्रम में पूर्व विधायक दिलीप लहरियास जिला पंचायत सभापति राजेश्वर भार्गव, जिला पंचायत सभापति राहुल सोनवानी, राजेन्द्र धीवर, अध्यक्ष मछुवारा समिति,  जिला पंचायत सदस्य नूरी दिलेन्द्र कौशिल, जनपद सदस्य गौरी अभिलेश यादव,अंजनी लक्ष्मी साहू सभापति महिला एवं बाल विकास विभाग, मेघा  सुनील भोई जनपद सभापति वन विभाग, चित्रकांत श्रीवास उपाध्यक्ष केश शिल्प बोर्ड,  सुभाष टंडन आर.पी.पी एस जिलाध्यक्ष,  दुर्गा तिवारी जोन अध्यक्ष पंधी, उमेश कश्यप कांग्रेस कार्यकर्ता विशेष रूप से मौजूद थे।
अधिकारियों का रहा विशेष योगदान
महिला एवं बाल विकास विभाग से  उमाशंकर गुप्ता जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी  मिलिन्द द्विवेदी परियोजना अधिकरी मस्तूरी, पूनम कुर्रे परियोजना अधिकारी सीपत, राजेश्वरी पाटले परियोजना अधिकारी बिलासपुर, अनुराधा आर्या परियोजना अधिकारी सकरी, सुरुची परियोजना अधिकारी कोटा, विद्या पाण्डेय परियोजना अधिकारी बिल्हा, ज्योति तिवारी जिला कार्यालय एवं समस्त पर्यवेक्षक परियोजना मस्तूरी समेत कार्यकर्ता  सहायिकायें भी उपस्थित थीं।
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