बिलासपुर— जीवन शैली उन्नयन के लिए एसईसीएल की वृहत आवासीय मरम्मत योजना धीरे धीेरे व्यापक स्वरूप को ले लिया है। एसईसीएल जनसम्पर्क से मिली जानकारी के अनुसार वृहत आवास मरम्मत कार्य साल 2016-17 से शुरू किया गया। योजना को साल 2018-19 में पूर्ण किया जाना है। योजना के तहत कुल 61,284 आवासों को शामिल किया गया है। योजना के तहत 46,236 आवासों को विशेष मरम्मत किया जा रहा है।
बृहत आवसीय मरम्मत योजना के तहत श्रमिक आवासों की रसोई, बाथरूम और टायलेट में सेरेमिक टाईल्स लगाने, दरवाजों और खिड़कियों में मच्छर अवरोधी जाली, रसोई में ग्रेनाईट प्लेटफार्म बनाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा चिन्हित आवासों में डिस्टेम्पर और अन्य आवश्यक मरम्मत कार्य भी किए जा रहे हैं।
आवास मरम्मत कार्य के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि सभी काम आधुनिक जीवनशैली के अनुरूप हो। आवासों का रख-रखाव और मरम्मत कार्य आवश्यकतानुसार किया जाए। यही कारण है कि अधिकतर आवास का निर्माण वर्षों पूर्व होने के बाद आज भी बेहतर स्थिति में रहने योग्य है। मरम्मत कार्य ई-टेण्डर सिस्टम के माध्यम से ना केवल पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है गुणवत्ता को प्राथमिकता के आधार पर लिया गया है।
एसईसीएल जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि मरम्मत कार्य श्रमिक प्रतिनिधिगणों की निगरानी में हो रहा है। इस दौरान लोगों से मिल रहे सुझाावों के अनुसार सुधारात्मक कार्यवाही के साथ आवासों की मरम्मत की जा रही है। पिछले तीन सालों में अब तक मरम्मत कार्य के दौरान कम्पनी ने करीब 186 करोड़ रूपये खर्च किए हैं।
अधिकारी ने बताया कि आवासीय परिसर में साफ-सफाई और अन्य कार्य अनुबंध के आधार पर करवाए जा रहे हैं। किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्यवाही की जाती है। स्वच्छता अभियान अंतर्गत जन सहयोग से सफाई के प्रति जन जागरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। श्रमिकों के कल्याण के लिए एसईसीएल की तरफ किए जा रहे प्रयासों से श्रमिकों में हर्ष भी है।