नारायणपुर- शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर और नक्सली संगठन की खोखली विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने आज कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू और पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के समक्ष 5 नक्सली सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया। इस दौरान अधिकारियों ने कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में इन 5 आत्मसमर्पित नक्सलियों से बातचीत की और उनके द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी ली। आत्मसमर्पित नक्सली महाराजी कश्यप, जगदीश नाग, जगनाथ नाग, चैतराम कोर्राम और लच्छीन नाग ने बताया कि वे सभी नक्सलियों की कृषि शाखा, स्कूल शाखा, न्याय शाखा और मिलिशिया सदस्य के रूप में काम कर रहे थे। नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ने के उद्देश्य से आज उन्होंने आत्मसर्पण किया है। कलेक्टर एवं एसपी ने इस अवसर पर आत्मसमर्पित इन 5 नक्सली सदस्यों को 10-10 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।बातचीत के दौरान इन 5 आत्मसमर्पित नक्सलियों ने बताया कि वे ग्राम बेचा के निवासी है।
पूर्व में वे गांव में ही खेती-किसानी का काम करते थे। लेकिन पूर्व बस्तर डिविजन सचिव के द्वारा वर्ष 2016 से 2018 के बीच उनहें संगठन में भर्ती किया गया और उनकी अलग-अलग जिम्मेदारी तय की गयी। तब से लेकर अब तक उनके डर और दबाव में काम कर रहे थे। गांव के समीप कड़ेमेटा में कैंप स्थापित होन से लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है, और लोगों के मन में नक्सलियों का डर कम हुआ है। कलेक्टर साहू ने इन सभी को खेती-किसानी करने के लिए प्रोत्साहित किया और शासन की योजनाआंे का लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने आत्म समर्पित नक्सलियों से यह भी कहा कि यदि वे इच्छुक हो तो उन्नत खेती हेतु उन्हें खाद, बीज आदि की व्यवस्था प्रशासन द्वारा करायी जायेगी। उन्होंने कोण्डागांव कलेक्टर को इन सभी को शासन की योजनाओं का लाभ देने और रोजगार से जोड़ने हेतु पत्र लिखे जाने की बात कही।