बिलासपुर— पुलिस टीम ने विशेष अभियान के तहत कार्रवाई कर सरकारी नौकरी लगाने और प्रमोशन के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस हत्थे चढ़ा बिलासपुर के नटवर लाल का नाम थानेश्वर शर्मा है। आरोपी सकरी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। हाल फिलहाल आरोपी गया नगर दुर्ग में रहता है। पुलिस ने पत्रकार वार्ता में खुलासा किया कि आरोपी सरकारी नौकरी लगाने के नाम 20 से अधिक लोगों को निशाना बना चुका है। जांच पड़ताल के दौरान आरोपी से लगभग 70 लाख से अधिक नगद बरामद किया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर दो दिन के लिए पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया है।
एडिश्नल एसपी राजेन्द्र कुमार जायसवाल ने बताया कि पीड़िता पल्लवी पांडा ने सिविल लाइन थाना पहुंचकर लिखित में ठगी का शिकार होना बताया। पीड़िता ने बताया कि वह मूल रूप से तेन्तुलिंगा थाना बइसिंगा, जिला मयुरगंज उड़ीसा की रहने वाली है। 2016 मे चौकसे होम्योपैथिक कालेज मे बी.एच.एम.एस. की पढाई के दौरान जगमल चौक मे रहती थी।
पीड़िता के अनुसार रेकी सीखने नेहरूनगर गणेश चौक स्थित शंकर रेकी सेंटर आना जाना था। इसी दौरान रेकी सेन्टर संचालक थानेश्वर प्रसाद शर्मा से जान पहचान हुई। अच्छी जान पहचान होने के बाद आरोपी ने बताया कि स्वास्थय विभाग मे मेडिकल आफिसर के पद पर नौकरी लगवा सकता है। आरोपी के बातो पर विश्वास कर नौकरी लगाने के लिए 9 लाख 5 हजार दी।
आरोपी ने वादा किया कि उसके को चीफ मेडिकल आफिसर के पद पर नियुक्त कराएगा। आरोपी ने दावा किया कि उसका बड़े बड़े सरकारी अधिकारियों के बीच उठना बैठना होता है। इसलिए उसे भी मेडिकल आफिसर की कुर्सी दिलाएगा।
पीड़िता ने यह भी बताया कि आरोपी ने पिताजी को सीएमओ बनाने के लिए रूपयों के साथ दस्तावेज भी जमा कराया। रूपयों का भुगतान अलग-अलग किस्तो मे अलग-अलग बैको से आरटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम से 9 लाख 5 हजार रूपये का भुगतान किया है।
राजेन्द्र जायसवाल के अनुसार धोखाधड़ी के अन्य मामले में लिखित शिकायत कर अशोक कुमार पांडे ने बताया कि वह जबड़ापारा का रहने वाला है। आरोपी ने एसीबी में नौकरी लगवाने के नाम पर पन्द्रह लाख रूपया लिया है।
शिकायत के बाद आरोपी की पतासाजी की गयी। मुखबीर और साइवर सेल के सहयोग से आरोपी थानेश्वर शर्मा को हरिद्वार शांतिकुिंज से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि लगभग 15 से 20 लोगों से करीब 70,00,000* रुपय का धोखाधड़ी किया है।आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ के नाम पर कोर्ट ने दो दिन की रिमाण्ड पर पुलिस के हवाले किया है। राजेन्द्र जायसवाल ने बताया कि गहन पूछताछ के दौरान ठगी का और अधिक मामला सामने आने की संभावना है।