बिलासपुर—जिला कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किये जाने की निन्दा की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि एफआईआर दर्ज किए जाने का सीधा मतलब कि रमन सिंह और उनके अधिकारी सच्चाई स्वीकार करने को तैयार नहीं है। जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है।
प्रेस नोट जारी कर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय ने कहा कि एक दिन पहले निर्वाचन आयोग कार्यालय पहुंच कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने लोकतांत्रित ढंग से अपनी बातों को सामने रखा। ऐसा करना लोकतांत्रिक अधिकार भी है। बावजूद इसके सरकार के इशारे पर एफआईआर दर्ज किया जाना लोकतांत्रिक अधिकारों का दबाना है। इससे जाहिर होता है कि सरकार भूपेश बघेल और कांग्रेस से डर चुकी है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी महामंत्री अटल श्रीवास्तव, महेश दुबे, विवेक बाजपेयी, आशीष सिंह ठाकुर, पंकज सिंह, रामशरण यादव, कार्यकारिणी सदस्य शेख गफ्फार, कृष्ण कुमार यादव, ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। लेकिन ऐसा करना भाजपा सरकार में अपराध के श्रेणी माना जाता है। भूपेश बघेल ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हमेशा रमन सिंह और उनकी सरकार के गलत कार्यों का विरोध किया है। यही कारण है कि प्रदेश अध्यक्ष को सरकार निशाना बनाने से बाज नहीं आती है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि झूठे मामले में मुकदमे का खेल अब छत्तीसगढ़ में जल्द समाप्त होने वाला है। झूठे मामले दर्ज करने वाले अधिकारी और मंत्री सरकार बनने के बाद भ्रष्टाचार और घोटालों के सच्चे मामलों में जल्द ही जेल आयेंगे। जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लाक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस ने भी एफआईआर दर्ज करने की निंदा की है।
रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से संचार समिति चेयरमेन शैलेश नितिन त्रिवेदी, रूचिर गर्ग, डाॅ.राकेश गुप्ता और किरणमयी नायक ने पत्रकारवार्ता आयोजित कर बिन्दुवार घटना की निंदा की है। 5 साल के तानाशाही रवैयों और पुलिस में झूठे मामले दर्ज करने किए जाने की निंदा की है।