नईदिल्ली।सातवां वेतन लागू होने के बाद मिलने वाली बढ़ी हुई सैलरी में देरी होने के कारण करीब 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन गुरुवार को धरने पर हैं। यूनियन द्वारा दिया जाने वाला यह धरना अगले तीन दिनों तक चलेगा। बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की केंद्र सरकार के उदासीन रवैय, एंटी-लेबर और सरकारी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियन दिल्ली स्थित पार्लियामेंट के सामने प्रदर्शन करेगा। इसके साथ ही ट्रेड यूनियन द्वारा निर्णय लिया गया है कि वे न्यूनतम मजदूरी, सोशल सिक्यूरिटी और अन्य 12 मुख्य मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। ट्रेड यूनियन का कहना है कि सरकार द्वारा निरंतर कर्मचारियों की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है जिसके कारण उन्हें सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
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रिपोर्ट्स के अनुसार कयास लगाए जा रहे हैं कि इस तीन दिवसीय धरने में लाखों केंद्रीय कर्मचारी हिस्सा लेंगे। ट्रेड यूनियन के एक बयान के अनुसार यूनियन द्वारा उसके सदस्यों और सरकारी कर्मचारियों को सरकार की एंटी-पीपल, एंटी-नेशनल एक्टिविटीज के खिलाफ देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।