दिल्ली।7th Pay Commission: कोरोना संकट के चलते केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को पुरानी दर पर ही महंगाई भत्ते (डीए) का भुगतान किया जा रहा है। मौजूदा दर 21 फीसदी है लेकिन फिलहाल 17 फीसदी की दर से ही पेंशनर्स और कर्मचारियों को संतुष्ट होना पड़ रहा है।दरअसल इस साल अप्रैल महीने में सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए डीए में बढ़ोत्तरी पर डेढ़ साल की रोक लगा दी थी। सरकार ने तय किया है कि जून 2021 के बाद ही डीए पर फैसला लिया जा सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस जून के बाद कर्मचारियों को सैलरी तो पेंशनर्स को पेंशन बढ़कर मिलने लगेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार डीए साल में दो बार बढ़ता है लेकिन कोरोना संकट के चलते इस बार कर्मचारियों और पेंशनर्स को निराशा हाथ लगी है। डीए में साल में दो बार बढ़ोत्तरी इसलिए की जाती है ताकि महंगाई बढ़ने के बाद कर्मचारियों के रहन सहन के स्तर पर प्रभाव न हो।डीए पर निराशा के बाद कर्मचारियों को इस साल दिवाली के मौके पर सरकार ने बोनस जारी किया था। करीब 30 लाख नॉन गैजेस्टेड कर्मचारियों को इसका फायदा दिया गया था।वहीं पेंशनर्स के लिए सरकार ने लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की तारीख को आगे बढ़ा दिया। पेंशनर्स अब फरवरी 2021 तक अपना लाइफ सर्टिफिकेट जमा करवा सकते हैं। पेंशनर्स को साल में एक बार नवंबर के महीने में लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना होता है।