9 महीने बाद नर्मदा ने पकड़ी चाल.गार्ड ने बजाई सीटी..यात्रियों का खिला चेहरा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— मार्च मेें लाकडाउन के बाद बिलासपुर को इन्दौर से जोड़ने वाली छत्तीसगढ़ की सबसे लम्बी यात्रा की ट्रेन नर्मदा पटरी पर चलने लगी है। पूरे 9 महीने बाद कटनी रेल रूट की जीवनरेखा नर्मदा एक्सप्रेस गार्ड की सीटी बजने और हरी झण्डी लहराते ही शनिवार से रोजाना के लिए शुरू हो गयी। 26 दिसंबर से नर्मदा स्पेशल ट्रेन बनकर जैसे स्टेशन छोड़ने लगी..यात्रियों के चेहरे खिल उठे।
 
           पूरे 9 महीने बाद गरीबों की सबसे लम्बी ट्रेन बिलासपुर को इन्दौर जोड़ने वाली नर्मदा एक्सप्रेस 26 दिसम्बर से स्पेशल ट्रेन बनकर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर कटनी की तरफ रवाना हुई। जानकरी देते चलें कि कटनी रूपट पर चलने वाली नर्मदा पैसेंजर ट्रेन लाकडाउन के बाद अन्य ट्रेन की तरह नहीं चल रही थी। लाकडाउन खुलने के बाद रोजाना यात्रा करने वालों की लगातार मांग थी कि नर्मदा एक्सप्रेस को पटरी पर अब दौड़ाया जाए। जिससे खासकर पेन्ड्रा तक डेली अप डाउन करने वालों की जेब पर पड़ रहे भार को कम किया जा सके। जैसे ही नर्मदा एक्सप्रेस का गार्ड हरी झण्डी दिखाकर सीटी बजाया..लोगों का इंतजार खत्म हुआ।
 
                    यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के चलने बिलासपुर कटनी मार्ग में बेलगहना, पेंड्रारोड, अनूपपुर, अमलाई, बुढ़ार, शहडोल जैसे स्टेशनों पर उतरने वाले यात्री लाभान्वित होंगे। कटनी रूट के यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। रेल प्रशासन के अनुसार नर्मदा एक्सप्रेस बिलासपुर से 08234 ट्रेन नम्बर के साथ रोजाना सुबह 11:45 पर स्पेशन ट्रेन बनकर चलेगी। दूसरे दिन नर्मदा स्पेशल ट्रेन 10:55 में इंदौर पहुंचेगी। इंदौर से यह ट्रेन दूसरे दिन शाम 4 बजे बिलासपुर के लिए रवाना होरकर दूसरे दिन दोपहर 1:30 में बिलासपुर पहुंचेगी।
 
 परिचालन का लंबे समय से था डिमांड
 
             कटनी रूट में फिलहाल अमरकंटक, सारनाथ और दुर्ग-अम्बिकापुर एक्सप्रेस का परिचालन हो रहा है। लेकिन नर्मदा एक्सप्रेस के चलने से लोकल स्टेशनों में उतरने वाले यात्रियों में काफी खुशी दिखाई दी। नर्मदा के परिचालन को लेकर लंबे समय से डिमांड थी। पेन्ड्रा यात्रा करने वाले एक यात्री ने बताया कि वह व्यवसायी है। सामान लेने के लिए हर हफ्ते बिलासपुर आना होता है। सड़क रास्ते से सामान ले जाना बहुत महंगा साबित होता है। वही कोटा से अपडाउन करने वाले सरकारी कर्मचारी ने बताया कि परिवार कोटा में है। रोज आना जाना करना पड़ता है। कभी बस से तो कभी निजी वाहन से आता जाता जाता है। ट्रेन चलने से खर्च के साथ समय की बचत होगी।
           
                                    बेलगहना,कोटा भनवारटंक,खोंगसरा, खोड़री, पेन्ड्रा रोड, हिर्री के यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के नहीं चलने से हमारा अब तक बहुत नुकसान हो चुका है। स़ड़क मार्ग से यात्रा मुश्किल हो गया था। लेकिन अब सब ठीक हो जाएगा। यात्रियों ने बताया कि अभी तक लोगों को नर्मदा ट्रेन चलने की जानकारी नहीं हुई है। आने वाले दो चार दिन के अन्दर ट्रेन में भीड होने लगेगी।

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