बिलासपुर–रायपुर में भी बिलासपुर नगर निगम की आधा दर्जन सीट पर आम सहमति नहीं बनी है। मामला स्वाभिमान तक पहुंच गया है। जानकारी मिल रही है कि आधा दर्जन से अधिक सीट का फैसला अब पुनिया कर सकते हैं। देर रात तक पीसीसी में 29 में 23 सीटों की पेंच को तो सुलझा लिया गया। लेकिन बाकी 6 सीट का फैसला अभी नहीं हुआ है। दावेदार अभी भी हार मानने को तैयार नहीं है।
मालूम हो कि सोमवार को बिलासपुर स्थित हॉटल कोर्टयार्ड मैरियट में पांच घंटे की जंगी बैठक में 29 सीटों पर आम सहमति नहीं बन सकी थी। मंगलवार को रायपुर में दिन भर की बैठक के बाद 23 वार्डों की पेंच को सुलझा लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि मामला अब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पुनिया या केन्द्रीय पर्यवेक्षक के हाथों में सौंप दिया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में दिन भर की माथापच्ची के बाद भी 6 वार्डों का फैसला अब तक नहीं हो पाया है। जानकारी मिल रही है कि अब इन 6 वार्डों की किस्मत का फैसला पी.एल.पुनिया या केन्द्रीय पर्यवेक्षकों के अलावा प्रदेश के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में होगी। अन्दरखाने की मानें तो वार्ड 30, 31, 32, 33, 34,और 36 की पेंच सुलझने की वजाय उलझ गयी है।
वार्ड क्रमांक 30 के लिेए वर्तमान पार्षद दीपांशु श्रीवास्तव और महेश दुबे ऊर्फ टाटा महराज अभी भी आमने सामने हैं। वार्ड 31 से वर्तमान पार्षद तैय्यब हुसैन की दावेदारी के बाद विवेक वाजपेयी,शहजादी कुरैशी की दावेदारी कमजोर पड़ती दिखाई रही है। तीनों नेता टिकट पाने के लिए अपना अपना तर्क पेश किया है। बावजूद इसके रिजल्ट नहीं निकला है। वार्ड क्रमांक32 से तैय्यब की पत्नी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वप्नित शुक्ला की बहन दावेदार हैं। यहां भी पेंच फंसा हुआ है। वार्ड क्रमांक 33 से जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर वर्तमान पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल रायपुर में भी एक दूसरे के सामने डटकर खड़े हैं। बताया जा रहा है कि नेताओं ने समझाने का प्रयास किया कि नरेन्द्र बोलर 34 से चुनाव लड़ें। लेकिन बोलर ने मानने से इंकार कर दिया है। शैलेन्द्र भी वार्ड छोड़ने को तेयार नहीं हुए हैं।
नगर निगम का सबसे बड़ा वार्ड 34 अब भी खाली है। यहां से पीसीसी चाहती है कि नरेन्द्र या शैलेन्द्र दोनों में से कोई एक चुनाव लड़े और विवाद को खत्म करे। लेकिन दोनों नेताओं ने वार्ड 34 से लड़ने की वजाय 33 का दावा किया है। जिसके चलते वार्ड 34 का भी विवाद नहीं सुलझा पाया है। वार्ड 36 का विवाद ब्लाक 2 कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्द शुक्ला के हटने के बाद भी नहीं सुलझा है। पप्पू ऊर्फ संदीप वाजपेयी टिकट चाहते हैं..लेकिन एक अन्य दावेदार ने यहां जबरदस्त पेंच फंसा दिया है।
सूत्र ने बताया कि वार्ड 24 से रामशरण यादव की टिकट पक्की हो चुकी है। वार्ड क्रमांक 57 से सिद्धांशु मिश्रा को बसंत शर्मा पर तरजीह दिए जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि राजेश पाण्डेय, विजय पाण्डेय,किसी ने किसी ना किसी के समर्थन में दावेदारी को वापस ले लिया है। सूत्र ने बताया कि वार्ड क्रमांक 64 से विनय शुक्ला की पत्नी की टिकट फायनल हो चुकी है।