निकायो मे 66.42% हुआ मतदान,पिछले चुनाव से घटी वोटिंग,एक मतदान केंद्र मे दोबारा मतदान की संभावना

Shri Mi
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रायपुर।छत्तीसगढ़ में शहर सरकार को लेकर शनिवार को वोटिंग हुई।मतदान के बाद प्रत्याशियों का भाग्य मत बेटियों में बंद हो गया है। 24 दिसंबर को मतगणना के साथ निर्णय होगा। नगर निगमो के मतदान की स्थिति पर नजर डाले तो बिलासपुर नगर निगम में 2019 में 53.19 फीसदी कर 2014 में 56.16 फीसदी मतदान हुआ।कोरबा में 2019 में 65.76,2014 में 69.13 फीसदी,धमतरी में 2019 में 78.70 और 2014 में 77.61 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।राज्य में 10 साल बाद पुनः मतपत्रों की माध्यम से नगरीय निकाय चुनाव संपन्न हुए। इससे पहले 2009 तक की नगरी निकाय चुनाव बैलेट पेपर से हुए थे।छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार 151 नगरी निकाय में शाम 7:00 बजे तक 66.42 फ़ीसदी मतदान की सूचना मिली।पिछले समय राज्य में 77 फ़ीसदी मतदान हुआ था। मतदान के दौरान कोरबा शहर के पोलिंग बूथ में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

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निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह ने बताया कि राज्य के एक मतदान केंद्र में दोबारा मतदान किया जा सकता है फर्जी मतदान को लेकर शिकायतों की वजह से वहां से रिपोर्ट मांगी गई है। परीक्षण करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।नगरी निकाय कि मौजूदा चुनाव में सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों ही प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। राजधानी समेत कुछ बड़े निगमों में मतदान का आंकड़ा औसतन साठ फीसदी पार कर गया।राजधानी के वार्डो में शाम सात बजे तक 71 फीसदी ने ज्यादा मतदान होने की पुष्टि हुई थी।पर अंतिम आंकड़े आने के पश्चात इसमें इजाफा होने की संभावना है।24 नवंबर को मतगणना होगी।

वही राज्यों में चुनाव हुए पिछले चुनाव में 77.68 मतदान किया था,लिहाजा पिछले चुनाव से वोटिंग घटी है। बालोद जिले की चिखलकसा नगर पंचायत में तीन वार्डो 1,14,15 में एक भी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नही किया।बालोद जिले की डौंडी नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 15 और नगर पालिका बचेली में वार्ड 8 में सभी प्रत्याशियों द्वारा नाम वापस लिए जाने से चुनाव नहीं हो पाया। नगर पंचायत दोरनापाल के वार्ड नंबर 14 में एक प्रत्याशी की मौत हो जाने से चुनाव टाल दिया गया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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