बिलासपुर-हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का अखंड धरना आंदोलन के 69वें दिन शुभम विहार विकास समिति के पदाधिकारी व सदस्य धरने पर बैठे। वक्ताओं ने नये साल 2020 में हर हाल मेें बिलासपुर में हवाई सेवा प्रारंभ किये जाने की मांग की और वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन रहते बिलासपुर हवाई अड्डा प्रारंभ होने की आकंाक्षा जतायी।कडी ठंड और हल्कि बारिश के साथ शीत लहर के मौसम के बीच में शुभम विहार विकास समिति जिसमें कई वरिष्ठ नागरिक षामिल है, बिलासपुर में हवाई सुविधा की मांग के लिए धरने पर बैठे। समिति के संरक्षक और वरिष्ठ नागरिक पंडित रामकुमार दुबे ओैर आनन्दी पाठक ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि हमारी तो उमर बीत चुकी है, परन्तु हम भावी पीढी की सुविधा के लिए इस आंदोलन में बैठे है और साथ ही यह भी चाहते है कि एक बार जीवन रहते हवाई जहाज में सफर का अवसर अपने बिलासपुर हवाई अड्डे से मिले। सीजीवालडॉटकॉम न्यूज़ के व्हाट्सएप् से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
शुभाम विहार समिति के सचिव धर्मेन्द्र चंद्राकर ने शुभाम विहार विकास समिति के सभी सदस्यों ओैर पदाधिकारियों का परिचय देते हुए कहा कि अकेले कोयले के द्वारा एसईसीएल लगभग रू 2500 करोड हर साल विभिन्न करों में केन्द्र एवं राज्य सरकार को दे रहा है। ऐसे में बिलासपुर मेें अत्याधुनिक 4सी केटैगरी एयरपोर्ट के लिए रू 150 करोड भी नही दिया जाना अत्यन्त आपत्तिजनक है। चंद्राकर ने जनसंघर्ष समिति के सदस्यों से आंदोलन तेज करने की अपील की और कहा कि जनसामान्य हर कदम पर आंदोलन का साथ देगा।
सभा को संबोधित करते हुए शुभम विहार समिति के विजय गुप्ता ने 1988 में बिलासपुर से भोपाल और दिल्ली के बीच चलाये गये वायुदूत हवाई जहाज का जिक्र करते हुये कहा कि 32 साल में हमारा स्तर उन्नयन होने के बजाय नीचे आ गया है आज हमसे छोटे कई शहर जैसे झारसुगडा में बडा एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है और बिलासपुर को छोड दिया गया है। सभा को संबोधित करते हुये महेश दुबे टाटा ने कविता के माध्यम से अपनी बात कही ‘‘ बिलासा दाई के एही है गोठ, बिलासपुर एयरपोर्ट ला करो सपोर्ट’’ और कहा कि बिलासपुर वैसे तो शांत शहर है पर उसके धैर्य की परीक्षा न ली जाये अन्यथा जोन आंदोलन का इतिहास दोहराया जायेगा। राघवेन्द्र सिंह बोगो ने समस्त युवा शक्ति के द्वारा आंदोलन को तेज करने की बात कहते हुये कहा कि 69 दिन बीत जाने के बाद भी शांतिपूर्वक आंदोलन की सुनवायी न होना खेदजनक है।
युवा नेता पंकज ंिसह ने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र को कोयला उत्पादन और बिजली उत्पादन कर केवल प्रदूशण देने के लिए छोड दिया गया है। जबकि विकास का पूरा लाभ रायपुर और दिल्ली भेजा जा रहा है। हमें इस स्थिति को अपने संघर्श से बदलना ही होगा।अशोक भण्डारी ने 69 दिन के आंदोलन में 150 से अधिक संगठनों को भागीदारी केा अभूतपूर्व बताया और कहा कि बिलासपुर ही नही दूसरे षहरो से भी इस आंदोलन को समर्थन मिल रहा है।
समिति की ओर से आज सभा का संचालन बद्री यादव ने किया व अंत में आभार प्रदर्षन मनेाज तिवारी के द्वारा किया गया।आज धरना आंदोलन में शुभम विहार विकास समिति की ओर से, अरूण षर्मा, ए.पी.नामदेव, गमगेश गुंजन, आर.लाजरस, रमेश कुमार रावल, नरेन्द्र सोनी, विरेन्द्र शर्मा, नवीन पाठक, सन्नी बुनकर, शुभम षर्मा आदि षामिल हुये। समिति की ओर से रामषरण यादव, रघुराज सिंह, पप्पू तिवारी, समीर अहमद, संजय पिल्ले, अवधेष दुबे, कमल सिंह ठाकुर भुट्टोराज, संतोश यादव, मनोज श्रीवास, नरेन्द्र सोनी पवन पाण्डेय, राकेश सिंह, संतोष पिपलवा, शहबाज अली सहित सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे। अखण्ड धरना आंदोलन के 70वें दिन के पदाधिकारी और सदस्य धरने पर बैठेगें।