बिलासपुर । नगर निगम महापौर और सभापति चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सिलसिले में सभी नवनिर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण हो चुका है । आखिरी दौर में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। हालांकि अभी तक कांग्रेस उम्मीदवार की अधिकृत तौर पर घोषणा नहीं हुई है । लेकिन खबर मिल रही है कि कांग्रेस के सभी पार्षदों को शहर के एक होटल में इकट्ठा किया गया है । जहां पर कुछ देर में कांग्रेस के पर्यवेक्षक और प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र चौबे बंद लिफाफा खोलकर महापौर पद के लिए कांग्रेसी उम्मीदवार का नाम सामने लाएंगे। उधर भाजपा में भी महापौर उम्मीदवार तय करने कार्यालय में बैठक पार्षदों की बैठक शुरू हो गई है ।
महापौर और सभापति चुनाव के सिलसिले में प्रक्रिया सुबह करीब 9 बजे तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में शुरू हुई । जिसमें सबसे पहले शहर नगर निगम बिलासपुर में नवनिर्वाचित 70 पार्षदों को चुनाव अधिकारी और जिला कलेक्टर डॉ संजय अलंग ने शपथ ग्रहण कराया । शपथ ग्रहण के दौरान कांग्रेस के पर्यवेक्षक और प्रदेश सरकार के कृषि -सिंचाई मंत्री रविंद्र चौबे भी मौजूद थे। शपथ ग्रहण के बाद से इस बात को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई कि महापौर पद के लिए उम्मीदवार कौन होगा। इसी बीच कांग्रेस के सभी दावेदार अपने अपने समर्थक पार्षदों के साथ शहर के एक होटल के लिए रवाना हुए । जहां पर रविंद्र चौबे भी पहुंचे हैं । खबर मिल रही है कि सभी की मौजूदगी में चर्चा होगी। साथ ही रविंद्र चौबे रायपुर से लेकर आए बंद लिफ़फ़ा खेलककर नाम उजागर करेंगे ।इसके बाद नामांकन जमा किया जाएगा । हालांकि अब तक दावेदारों में पुराने नामों की ही चर्चा है। लेकिन बॉडी लेंग्वेज़ के हिसाब से शेख नज़ीरुद्दीन को सबसे ऊपर माना जा रहा है। पार्षद रामशरण यादव भी रेस में हैं।
उधर भाजपा के पार्षद भी शपथ ग्रहण के तुरंत बाद पार्टी कार्यालय के लिए रवाना हुए हैं । जहां महापौर उम्मीदवार के नाम का नाम तय किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो भाजपा पार्षदों में राजेश सिंह, दुर्गा सोनी या अशोक विधानी में से किसी एक नाम पर सहमति बन सकती है ।आखिरी दौर में दोनों पार्टियों के भीतर गतिविधियां तेज हो गई है और महापौर पद के उम्मीदवारों के नाम को लेकर जिज्ञासा भी बढ़ गई है ।